अपराध शास्त्र के कोर्स पर मुहर, दिल्ली के बाद उत्तर भारत में पहली बार कुमाऊं विवि देगा पीजी डिग्री
पाठ्यक्रम समिति ने अपराध शास्त्र के लिए तैयार पाठ्यक्रम पर मुहर लगा दी है। वहीं कुलपति प्रो. एनके जोशी ने बताया कि कुमाऊं विवि में जुलाई से अपराध शास्त्र के साथ ही अन्य रोजगारपरक कोर्स शुरू हो रहे हैं।
जागरण संवाददाता, नैनीताल : कुमाऊं विवि में अब अपराध शास्त्र के रूप में नए कोर्स में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। इस कोर्स के लिए प्रवेश प्रक्रिया जुलाई से शुरू होंगी। कोर्स की मुख्य संयोजक प्रो. ज्योति जोशी ने बताया कि पाठ्यक्रम समिति ने कोर्स को मंजूरी प्रदान कर दी है। पाठ्यक्रम समिति ने अपराध शास्त्र के लिए तैयार पाठ्यक्रम पर मुहर लगा दी है। वहीं, कुलपति प्रो. एनके जोशी ने बताया कि कुमाऊं विवि में जुलाई से अपराध शास्त्र के साथ ही अन्य रोजगारपरक कोर्स शुरू हो रहे हैं। अपराध शास्त्र दिल्ली विवि में पढ़ाया जाता है। अब उत्तर भारत में पहली बार कुमाऊं विवि में इसे शुरू किया जा रहा है। इसमें रोजगार की अपार संभावना है।
यह है पाठ्यक्रम में शामिल
बाल व वयस्क अपराधियों का मनोविज्ञान, दंड शास्त्र, आतंकवाद, मानवाधिकार उल्लंघन, साइबर क्राइम, इकोनॉमिक क्राइम, अपराध के विधान, क्रिमिनल लॉ, क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम, नेशनल क्राइम ब्यूरो, सफेदपोशों के अपराध आदि। प्रो. जोशी के मुताबिक कोर्स के तहत इंटर्नशिप व फील्ड वर्क भी शामिल है। इस कोर्स करने के बाद छात्र-छात्राएं पुलिस व लॉ आफिसर, सिक्योरिटी सर्विसेज में रोजगार के अवसर प्राप्त कर सकते हैं। बीए, बीएससी, व बीकॉम पास कोई भी छात्र-छात्राएं इस पाठ्यक्रम में प्रवेश ले सकते हैं। यह पीजी डिग्री होगी।
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