संगोष्ठी में जुटे देश-विदेश के वैज्ञानिक, 91 शोध पत्रों का चयन
भीमताल में बिरला संस्थान में अन्तरराष्ट्रीय संगोष्ठी में दुनिया भर से आए 91 शोधपत्रों का चयन किया गया। दो दिनों तक चलने वाली संगोष्ठी का उद्घाटन उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. नरेन्द्र एस चौधरी ने ऑनलाइन किया।
भीमताल, जेएनएन : बिरला संस्थान में शुक्रवार को इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर (आईईई) की बारहवीं अन्तरराष्ट्रीय संगोष्ठी हुई। संस्थान के निदेशक जनरल चेयर डॉ. जेएस तोमर अध्यक्षता करते हुए बताया कि अमेरिका, मलेशिया समेत दुनिया भर से प्राप्त 248 शोध पत्रों में से 91 का चयन किया गया है। कम्युटेशनल इंटेलीजेंसी विषय पर दो दिनी संगोष्ठी का उद्घाटन उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. नरेन्द्र एस चौधरी ने ऑनलाइन किया। बताया कि कम्युटेशनल इंटेलीजेंसी समय की आवश्यकता है। उत्तराखंड में अभी इस विषय में विस्तृत शोध की आवश्यकता है।
मशीन लर्निग व आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी का प्रयोग हर क्षेत्र में हो रहा है। लीमा पेरू के डॉ. सीरो रोजरीगुज ने अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर कम्युनिकेशन नेटवर्क में हो रहे शोध के बारे में बताया। संस्थान के प्रशासनिक परिषद के अध्यक्ष डॉ. पीके पांडे ने बताया कि प्रारंभ में आइबीएम संस्थापक वॉटशन ने कम्प्यूटर की शुरुआत की। लगातार शोध के बाद आज कंप्यूटर नए रूप में सामने है। भूतपूर्व निदेशक डॉ. एकके पंत, एनके चौधरी, डॉ. बीएस मिश्रा, डॉ. के एस वसोल, विपिन चंद्र त्रिपाठी, प्रो. वाईएस नेगी ने भी विचार रखे। इस मौके पर प्रो. मनोज दीक्षित, डॉ. वृजेश कुमार चौरसिया, प्रो. शैलेन्द्र सिंह, डॉ. राजीव पांडे, एच एस भदोरिया, डा दिनेश सिंह समेत संस्थान के शिक्षक गण आदि उपस्थित थे।
छात्रवृत्ति को लेकर सहमति निदेशक डॉ. जेएस तोमर ने बताया कि संस्थान का नेशनल यूनिवर्सिटी म्योर डॉ. सन मोरेक्को, लीमा पेरू, नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ विलारेड लीमा पेरू, सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी साउथ अफ्रीका के साथ छात्रों को एमटेक एवं पीएचडी में प्रवेश के साथ छात्रवृत्ति प्रदान करने को लेकर सहमति बनी है।