स्कूल संचालक ने स्कूल बस खड़ी करने के बजाय ग्रामीणों को टीकाकरण केंद्र पहुंचाने के काम में लगाया
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के चलते स्कूल बंद हैं ऐसे में बसें स्कूलों में खड़ी हैं। लेकिन शहर के एक निजी स्कूल संचालक ने अपने स्कूल की बस खड़ी करने के बजाय उसे लोगों को टीकाकरण केंद्र तक पहुंचाने के काम में लगा दिया।
हल्द्वानी, भानु जोशी : आमतौर पर स्कूल की बसें बच्चों को घर से स्कूल पहुंचाने व घर वापस छोड़ने के काम आती है। लेकिन कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के चलते स्कूल बंद हैं ऐसे में बसें स्कूलों में खड़ी हैं। लेकिन शहर के एक निजी स्कूल संचालक ने अपने स्कूल की बस खड़ी करने के बजाय उसे लोगों को टीकाकरण केंद्र तक पहुंचाने के काम में लगा दिया।
हल्द्वानी ब्लॉक के उन दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों से लोगों को निश्शुल्क वैक्सीनेशन सेंटर पहुंचाया जा रहा है जहां अब तक टीकाकरण नहीं हो सका है। उनके इस काम को खूब सराहना मिल रही है। ये बीड़ा उठाया है लामचौड़ स्थित निमोनिक कॉन्वेंट स्कूल के निदेशक कैलाश भगत ने। वह वर्तमान में पब्लिक स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष भी हैं।
43 दिन में 220 को लगवाया टीका
कैलाश भगत ने ये मुहिम 12 अप्रैल से शुरू की थी। जिसके तहत अब तक वे ग्रामीण क्षेत्रों के 220 लोगों को टीकाकरण केंद्र पहुंचाने और घर छोडऩे का काम कर चुके हैं। बस में सफर के दौरान वे बोतल बंद पानी भी निश्शुल्क बांटते हैं।
36 सीटर बस का नहीं लेते किराया
स्कूल खुलने के दौरान जहां कई निजी स्कूलों ने केवल इसलिए बसें नहीं चलाई कि उन्हें अभिभावक ट्रांसपोर्टेशन शुल्क नहीं दे रहे थे वहीं, कैलाश भगत ने स्कूल बंद होने के बावजूद 36 सीटर बस का संचालन कर अन्य स्कूलों के सामने एक मिशाल कायम की है। वे किसी भी व्यक्ति से टीकाकरण केंद्र पहुंचाने या घर छोडऩे के एवज में किराया नहीं लेते।
ये भी दे रहे साथ
इस मुहिम में कैलाश भगत को साथ वन विभाग के सेवानिवृत्त एसडीओ गणेश जोशी, कारोबारी नवीन जोशी, बैंक्वेट हॉल संचालक संजय सिंह कार्की भी दे रहे हैं। भगत खुद उन ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचते हैं जहां टीकाकरण नहीं हो पा रहा है। उन्होंने बताया कि यदि किसी गांव में टीकाकरण केंद्र आने-जाने की सुविधा न हो तो इसके लिए उनके मोबाइल नंबर 8279731260 पर संपर्क कर सकते हैं।
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