स्वराज आश्रम में दूर हुई सरिता की नाराजगी, यशपाल आर्य हुए कामयाब

स्वराज आश्रम पहुंचने पर पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य व सरिता आर्य एक-दूसरे से बात कर रहे थे। यशपाल ने सरिता आर्य के गले में हाथ डाल कहा कि सरिता बैंणी यानी छोटी बहन है। उसे मैं ही तो मनाऊंगा। जिसके बाद सरिता ने उन्हें बुके भी दिया।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 06:32 AM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 06:32 AM (IST)
स्वराज आश्रम में दूर हुई सरिता की नाराजगी, यशपाल आर्य हुए कामयाब
स्व. एनडी तिवारी की जयंती व पुण्यतिथि पर दोनों नेता ऐसे मिले कि लगा अब कोई नाराजगी नहीं है।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: नैनीताल की पूर्व विधायक व महिला कांगे्रस की प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य ने यशपाल आर्य व संजीव आर्य की घर वापसी के बाद अपने बयान से पार्टी में हड़कंप मचा दिया था। सरिता ने कहा था कि अगर नैनीताल से उन्हें टिकट नहीं मिला तो वह कांग्रेस छोड़ देगी। अब सोमवार को स्वराज आश्रम में पूर्व सीएम स्व. एनडी तिवारी की जयंती व पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में दोनों नेता ऐसे मिले कि लगा अब कोई नाराजगी नहीं है।

दोपहर में स्वराज आश्रम पहुंचने पर पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य व सरिता आर्य एक-दूसरे से बात कर रहे थे। जब मीडिया कर्मियों की नजर पड़ी तो यशपाल ने सरिता आर्य के गले में हाथ डाल कहा कि सरिता बैंणी यानी छोटी बहन है। उसे मैं ही तो मनाऊंगा। जिसके बाद सरिता ने उन्हें बुके भी दिया। इस बीच पूर्व सीएम हरीश रावत मंच से संबोधन कर रहे थे। उन्हें रोकते हुए यशपाल ने यह भी कहा कि दाज्यू देखो बैंणी बुके दे रही है। 

सर्किट हाउस में में रेखा-हरदा

रविवार देर शाम पूर्व सीएम हरीश रावत सर्किट हाउस में रात्रि विश्राम को पहुंचे थे। देर रात वहां समर्थकों व पार्टी नेताओं का मुलाकात के लिए जमावड़ा लगा रहा। इस बीच कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य भी सर्किट हाउस पहुंची थी। हालांकि, वह पहले से बुक अपने कमरे में चली गई। कभी कांग्रेस का हिस्सा रही रेखा और हरदा के सर्किट हाउस में होने को लेकर एनडी के स्मृति कार्यक्रम में सियासी चर्चाएं हो रही थी।  

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