सैनिक कल्याण मंत्री ने 56 शहीद स्वजनों को किया सम्मानित, स्कूली बच्चों ने प्रस्तुत किए सांस्कृतिक कार्यक्रम

सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि देहरादून में पांचवे धाम के रूप में सैन्य धाम बनाया जा रहा है। जिसमें पूरे प्रदेश के 17 सौ से ज्यादा शहीदों के घर आंगन की मिट्टी का प्रयोग किया जा रहा है। शहीदो के घर से मिट्टी एकत्र की गई है

By Prashant MishraEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 02:27 PM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 02:27 PM (IST)
सैनिक कल्याण मंत्री ने 56 शहीद स्वजनों को किया सम्मानित, स्कूली बच्चों ने प्रस्तुत किए सांस्कृतिक कार्यक्रम
युद्ध के दौरान शहीद हुए लोगों के स्वजनों को ताम्रपत्र देकर सम्मानित किया गया।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : शहीद सम्मान कार्यक्रम का आयोजन रामलीला मैदान में किया गया। जहां बड़ी संख्या में शहीदों के स्वजन पहुंचे हैं और उन्हें ताम्र पत्र देकर और साल ओढा़कर सम्मानित किया गया।उत्तराखंड में सैनिकों को सम्मानित करने के लिए उत्तराखंड सरकार की ओर से हर जिले में शहीद सम्मान यात्रा का आयोजन किया जाता है। इसी क्रम में नैनीताल जिले के हल्द्वानी में शहीद सैनिक सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें युद्ध के दौरान शहीद हुए लोगों के स्वजनों को ताम्रपत्र देकर सम्मानित किया गया। 

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कार्यक्रम की शुरूआत की। कार्यक्रम में पहुंचे सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि देहरादून में पांचवे धाम के रूप में सैन्य धाम बनाया जा रहा है। जिसमें पूरे प्रदेश के 17 सौ से ज्यादा शहीदों के घर आंगन की मिट्टी का प्रयोग किया जा रहा है। इसके लिए सम्मान यात्रा निकालकर सभी शहीदो के घर से मिट्टी एकत्र की गई है और उस मिट्टी के जरिए ही सैन्य धाम का निर्माण होना है। शनिवार को रामलीला मैदान में बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक पहुंचे हैं। जिसके माध्यम से कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। हल्द्वानी के कई स्कूलों के बच्चों ने मौके पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों से देशभक्ति का वातावरण पैदा कर दिया।

जीजीआईसी की छात्राओं ने हे जन्मभूमि भारत, हे कर्मभूमि भारत गीत गाकर कार्यक्रम में चार चांद लगाया। इससे पहले पत्रकारों से वार्ता के दौरान सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि उनकी सरकार शहीदों के सम्मान के लिए कई तरह के कार्य कर रही है। जिसमें पूरे प्रदेश के सैनिक परिवारों को सम्मानित करने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पहले सैनिकों को एक सर्टिफिकेट दिया जाता था कागज का, जो कि बाद में खराब होकर कूड़े में चला जाता था। लेकिन अब भाजपा सरकार की ओर से सभी शहीदों के स्वजनों को ताम्रपत्र दिया जा रहा है। जिसे वह सम्मान के साथ अपने घर में रख सकेंगे।

शहीदों के स्वजनों के साथ हो रही दिक्कतों और दुर्दशा के बारे में सवाल पूछने पर उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की ओर से सीमा पर युद्ध करते समय शहीद हुए सैनिक के परिवार से किसी एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जा रही है। जिसमें सरकार की ओर से जीओ जारी होने के बाद अब तक 19 लोगों को नौकरी दी जा चुकी है। जिसमें सेना के साथ ही पैरामिलिट्री फोर्स के जवान भी शामिल है। जिओ जारी होने से पहले के शहीदों के परिवारों के निवेदन पर विचार किया जा रहा है। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत, मेयर जोगेंद्र पाल सिंह रौतेला, मेजर जनरल इंद्रजीत सिंह बोरा, उपनल के प्रबंधक कर्नल डीएल साह, स्टेशन कमांडर कर्नल जगदीश विश्नोई, मेजर बीएस रौतेला, ऑनरेरी कैप्टन पुष्कर सिंह भंडारी आदि ने सहभागिता की।

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