ठेका प्रथा के विरोध में सफाई कर्मचारियों ने शुरू की अधिकार यात्रा

ठेका प्रथा के विरोध समेत 11 सूत्रीय मांगों को लेकर सफाई कर्मचारियों ने अधिकार यात्रा शुरू कर दी। देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ के संस्थापक बांके लाल बिहारी ने हरी झंडी दिखाकर यात्रा को रवाना किया। सफाई कर्मियों ने कहा कि जब तक मांगे पूरी नहीं होंगी आंदोलन जारी रहेगा।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sat, 10 Apr 2021 04:07 PM (IST) Updated:Sat, 10 Apr 2021 04:07 PM (IST)
ठेका प्रथा के विरोध में सफाई कर्मचारियों ने शुरू की अधिकार यात्रा
ठेका प्रथा के विरोध में अधिकार यात्रा शुरू, सरकार को चेताने का काम करेंगे सफाई कर्मचारी

हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : ठेका प्रथा के विरोध समेत 11 सूत्रीय मांगों को लेकर सफाई कर्मचारियों ने अधिकार यात्रा शुरू कर दी है। देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ के संस्थापक बांके लाल बिहारी ने हरी झंडी दिखाकर यात्रा को रवाना किया। इस दौरान नारेबाजी करते पदाधिकारियों ने कहा कि अधिकार यात्रा कर्मचारियों को उनके अधिकारों के लिए जागरूक करने के साथ सरकार को चेताने का काम करेगी।

16 दिन चलने वाली यात्रा पूरे प्रदेश में घूमने के बाद 25 अप्रैल को हल्द्वानी में संपन्न होगी। सरकार इसके बाद भी नहीं चेती तो सीएम आवास कूच किया जाएगा। इस दौरान संघ के प्रदेश अध्यक्ष राहत मसीह, महासचिव राजपाल पंवार, अजय सौदा, चैधरी अमरदीप, जितेंद्र देवांतक, कल्लू चरन, विजय पाल, अमित कुमार, जयप्रकाश, रामू भारती, रवि चिंडालिया, अशोक चैधरी, मुकेश, विशाल, रोहित, राजा, चमन, सिद्धार्थ, अशीष आदि मौजूद रहे।

यह हैं कर्मचारियों की मांगें

-निकाय व सभी विभागों में कार्यरत सफाई कर्मचारी नियमित हों -एक हजार की आबादी पर पांच कर्मचारियों की नियुक्ति -पर्यावरण पर्यवेक्षक, सफाई निरीक्षक पदों पर पदोन्नति का लाभ मिले -मृतक आश्रितों के सरकारी नौकरी मिले -पुरानी पेंशन योजना बहाली -जीवन व स्वास्थ्य बीमा का लाभ, राज्य कर्मचारियों की तर्ज पर भत्ते मिलें। -आवंटित आवासों का मालिकाना हक मिले -भूमिहीन वाल्मीकि समाज के लोगों का स्थायी निवास, जाति प्रमाणपत्र बनाए जाएं -मृतक आश्रितों को मृतक आश्रित नियमावली 1974 के तहत नियुक्ति मिले -पर्यावरण मित्र को सफाई सैनिक नाम दिया जाए।

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