पिथौरागढ़ जिले में चरगाड़ के पास खिसकी चट्टान, घंटों बंद रहा जौलजीबी-मुनस्यारी मार्ग

मानसून लगभग समाप्त हो चुका है परंतु जिले में सीमा सड़कों के हाल नहीं सुधरे हैं। जौलजीबी- मुनस्यारी मोटर मार्ग पर हल्की बारिश में ही चरगाड़ के पास चट्टान खिसकने से मार्ग बंद हो गया। मार्ग बंद होने से भारी संख्या में वाहन फंसे रहे।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 06:22 PM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 06:22 PM (IST)
पिथौरागढ़ जिले में चरगाड़ के पास खिसकी चट्टान, घंटों बंद रहा जौलजीबी-मुनस्यारी मार्ग
पिथौरागढ़ जिले में चरगाड़ के पास खिसकी चट्टान, घंटों बंद रहा जौलजीबी-मुनस्यारी मार्ग

जागरण टीम, पिथौरागढ़ /धारचूला / बरम : मानसून लगभग समाप्त हो चुका है परंतु, जिले में सीमा सड़कों के हाल नहीं सुधरे हैं। जौलजीबी- मुनस्यारी मोटर मार्ग पर हल्की बारिश में ही चरगाड़ के पास चट्टान खिसकने से मार्ग बंद हो गया। मार्ग बंद होने से भारी संख्या में वाहन फंसे रहे। तवाघाट-सोबला-तिदांग मार्ग 107वें दिन भी नहीं खुल सका है। जिले में चार सीमा मार्ग और चार ग्रामीण मार्ग अभी भी बंद हैं। प्रभावित क्षेत्र की समस्याएं कम नहीं हो रही है।

बरम से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार की रात्रि को गोरीछाल क्षेत्र मे हल्की बारिश हुई। बारिश से सामरिक महत्व के जौलजीबी-मुनस्यारी मार्ग पर बरम और बंगापानी के बीच चर गाड़ के पास भारी मलबा आ गया। मलबा आने से मार्ग बंद हो गया। सुबह मुनस्यारी, मदकोट से जौलजीबी, धारचूला और पिथौरागढ़ आने जाने वाले वाहन फंसे रहे। बाद में बीआरओ द्वारा मलबा हटाने का कार्य किया गया। घंटों बाद मार्ग यातायात के लिए खुल सका। चर गाड़ के पास मार्ग की स्थिति दयनीय बनी है।

धारचूला में कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग खुल चुका है। गर्बाधार और लखनपुर के पास बंद मार्ग शनिवार सायं खोल दिया गया था। विगत 107 दिनों से बंद तवाघाट- सोबला-दारमा मार्ग तवाघाट से छिरकिला में धौलीगंगा हाईड्रो प्रोजेक्ट के बांध के निकट तक खोल दिया गया है। बांध स्थल पर ध्वस्त सड़क की मरम्मत का कार्य होना है। खेत से लेकर कंच्योती तक मार्ग खुल चुका है। कंच्योती में पुल निर्माण होना है। उच्च हिमालय में वुर्थिंग से नीचे की तरफ मार्ग खोलने का कार्य चल रहा है। नागलिंग से ढाकर तक मार्ग खुला है। इस मार्ग के कंच्योती में पुल बनने पर ही चौदास घाटी और तल्ला-दारमा क्षेत्र जुड़ेगा।

उधर मुनस्यारी-धापा-मिलम मार्ग अभी भी बंद है। इस मार्ग के बंद होने से 30 से अधिक गांव प्रभावित हैं। इधर मौसम में सुधार के बाद मार्ग के खुलने के आसार बन रहे हैं। मार्ग के जल्द नहीं खुलने पर जोहार से होने वाला शीतकालीन माइग्रेशन प्रभावित हो सकता है। मल्ला जोहार विकास समिति ने बीआरओ और लोनिवि से शीघ्र मार्ग खोलने की मांग की है। चार ग्रामीण मार्ग बंद होने से 36 से अधिक गांवों का संपर्क कटा हुआ है।

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