महाप्रबंधक के आदेश दरकिनार कर रोडवजे कर्मचारियों ने तनख्वाह के लिए जारी रखा धरना

महाप्रबंधक संचालन ने सभी मंडलीय प्रबंध व सहायक प्रबंधक को आदेश जारी किया है कि अगर कोई भी कर्मचारी काम छोड़ हड़ताल या धरने में शामिल होगा तो उसके खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जानी चाहिए। बावजूद इसके कर्मचार‍ियों का धरना जारी रहा।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 12:18 PM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 12:18 PM (IST)
महाप्रबंधक के आदेश दरकिनार कर रोडवजे कर्मचारियों ने तनख्वाह के लिए जारी रखा धरना
महाप्रबंधक के आदेश दरकिनार कर रोडवजे कर्मचारियों ने तनख्वाह के लिए जारी रखा धरना

हल्द्वानी, जेएनएन : चार महीने से सैलरी नहीं मिलने से परेशान चल रहे रोडवेज कर्मियों ने जब धरना-प्रदर्शन शुरू किया तो उत्तराखंड परिवहन निगम भी सख्ती के मूड में नजर आया। महाप्रबंधक संचालन ने सभी मंडलीय प्रबंध व सहायक प्रबंधक को आदेश जारी किया है कि अगर कोई भी कर्मचारी काम छोड़ हड़ताल या धरने में शामिल होगा तो उसके खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जानी चाहिए। हालांकि, कर्मचारी मुख्यालय के इस आदेश से डरने को तैयार नहीं। दो दिवसीय धरने के तहत उत्तराखंड रोडवेज इंपलाइज यूनियन के बैनर तले शुक्रवार को भी कर्मचारी कुमाऊं भर के डिपो में धरने पर बैठे।

रोडवेज कर्मचारियों के अलग-अलग संगठन कई मांगों को लेकर मुखर हो चुके हैं। मांगपत्र के बिंदुओं में सबसे अहम चार महीने से सैलरी नहीं मिलना है। पूर्व में रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद द्वारा एक दिवसीय धरना दिया गया था। अब दूसरी यूनियन विरोध में उतर चुकी है। इस बीच मुख्यालय ने आदेश जारी किया कि राज्य के बाहर भी कई रूटों पर संचालन शुरू होने वाला है। ऐसे में धरना-प्रदर्शन कर काम बाधित करना अनुशासनहीनता मानी जाएगी।

महीनों से वेतन तक मुहैया नहीं करवाने वाले परिवहन निगम का कहना है कि इससे विभाग की छवि भी धूमिल हो रही है। हालांकि, कर्मचारी संगठनों का कहना है कि वह लोग अपनी जायज मांगों को लेकर धरना जरूर करेंगे। किसी भी तरह की विभागीय कार्यवाही से डरेंगे नहीं। उत्तराखंड रोडवेज इंपलाइज के काठगोदाम शाखा मंत्री सतीश लाल ने वेतन आदि मांगों को लेकर आज भी मंडलीय प्रबंधक कार्यालय काठगोदाम में धरना जारी रहेगा।

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