Nainital Weather Update : बढ़ते तापमान ने फरवरी में बनाया नया रिकॉर्ड, बिजली कड़कने के साथ आज बूंदाबांदी के आसार

अगले दो-तीन दिन तापमान में तेजी बनी रह सकती है। हालांकि हवा की गति थोड़ी कम होगी। शनिवार को मैदानी इलाकों में मौसम शुष्क रहेगा जबकि पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं कहीं पर गरज के साथ बौछार या बिजली कड़कने के साथ ओलावृष्टि हो सकती है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 07:15 AM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 07:15 AM (IST)
Nainital Weather Update : बढ़ते तापमान ने फरवरी में बनाया नया रिकॉर्ड, बिजली कड़कने के साथ आज बूंदाबांदी के आसार
बढ़ते तापमान ने नया कीर्तिमान बनाया है।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : तापमान में तेजी जारी है। पश्चिमी हवा से दिन के तापमान में तीसरे दिन भी बढ़ोतरी हुई। दिन का तापमान 31.3 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। बढ़ते तापमान ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है। मौसम विज्ञानी डा. आरके सिंह ने बताया कि तेज हवा की वजह से तापमान में तेजी देखने को मिली। अगले दो-तीन दिन तापमान में तेजी बनी रह सकती है। हालांकि हवा की गति थोड़ी कम होगी। शनिवार को मैदानी इलाकों में मौसम शुष्क रहेगा, जबकि पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं कहीं पर गरज के साथ बौछार या बिजली कड़कने के साथ ओलावृष्टि हो सकती है।

बीस किमी प्रति घंटे से चली हवा

शुक्रवार को हल्द्वानी का तापमान 31.3 डिग्री रहा। सामान्य की अपेक्षा यह 9.0 डिग्री अधिक रहा। धूप चटकने से पारे की चाल भी तेज रही। गुरुवार के मुकाबले तापमान में 1.3 डिग्री की बढ़ोतरी हुई। न्यूनतम तापमान 10.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। दोपहर में 20.1 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दक्षिण पश्चिमी हवा चली।

यह बना गर्मी का नया रिकॉर्ड

बढ़ते तापमान ने नया कीर्तिमान बनाया है। तराई-भाबर में फरवरी का सर्वाधिक तापमान 30.0 डिग्री 23 फरवरी, 2012 को रिकॉर्ड किया गया था। शुक्रवार को दर्ज हुआ 31.3 डिग्री तापमान अभी तक का सर्वाधिक तापमान बन गया है। हिल स्टेशन मुक्तेश्वर में पिछले दस वर्षों में सर्वाधिक तापमान 22.8 डिग्री 5 फरवरी, 2016 में रिकॉर्ड हुआ था, शुक्रवार को मुक्तेश्वर का पारा 23.0 डिग्री पहुंच गया। मुक्तेश्वर का फरवरी का सर्वाधिक तापमान 24.2 डिग्री 3 फरवरी, 1988 को रिकॉर्ड हुआ था।

अब कड़ाके की ठंड के आसार नहीं

जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर के मौसम विज्ञानी डा. आरके सिंह ने बताया कि अभी की गर्मी से मई-जून की तपिश का अनुमान नहीं लगाया जा सकता। मार्च में दो से तीन पश्चिमी विक्षोभ आ सकते हैं। जिससे बारिश की उम्मीद रहेगी। हालांकि अब कड़ाके की ठंड का समय बीच चुका है।

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