Nanakmatta Dispute : गुरुद्वारा प्रबंधन के प्रधान सहित चार पदाधिकारियों से लिया गया इस्तीफा

Nanakmatta Dispute नानकमत्ता गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सेवा सिह मीत प्रधान जसविंदर सिंह गिल जनरल सैकेट्री धन्ना सिह व सेकेट्री डॉ. केहर सिह को गुरु घर में अनैतिकता मानते हुए सिंह साहिबान के फैसले लेने तक इस्तीफा लिया गया है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 04:26 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 11:26 PM (IST)
Nanakmatta Dispute : गुरुद्वारा प्रबंधन के प्रधान सहित चार पदाधिकारियों से लिया गया इस्तीफा
गुरु घर में हुए नृत्य व दरबार साहिब में गुरुबाणी रोके जाने को लेकर संगत के बीच रोष व्याप्त था।

जागरण संवाददाता, नानकमत्ता (ऊधमसिंह नगर) : Nanakmatta Dispute : गुरुद्वारा नानकमत्ता साहिब में 24 जुलाई को मुख्यमंत्री के आगमन पर गुरु घर में हुए नृत्य व दरबार साहिब में गुरुबाणी रोके जाने को लेकर संगत के बीच भारी रोष व्याप्त था। इसको लेकर उत्तराखंड व उत्तरप्रदेश से भारी संख्या में बीते मंगलवार को सिख संगत गुरुद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब में पहुंची थी। इसके अलावा श्री अकाल तख्त अमृतसर के सिंह साहिबान द्वारा तीन सदस्यीय कमेटी जांच के लिए भेजी गई थी।

मंगलवार को सभी की गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पदाधिकारियों तथा सभी सदस्यों के साथ बैठक हुई। इसके बाद आज बुधवार को गुरुद्वारा साहिब में गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के 24 सदस्यों के साथ अकाल तख्त की तीन सदस्यीय कमेटी के सदस्य श्री अकाल तख्त अमृतसर के हेड ग्रन्थी ज्ञानी मलकीत सिंह, प्रचारक ज्ञानी सर्वजीत सिह ढोढ़ी, धर्म प्रचारक ज्ञानी अजीत सिंह ने नानकमत्ता गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सेवा सिह, मीत प्रधान जसविंदर सिंह गिल, जनरल सैकेट्री धन्ना सिह व सेकेट्री डॉ. केहर सिह को गुरु घर में अनैतिकता मानते हुए सिंह साहिबान के फैसले लेने तक इस्तीफा लिया गया है।

फैसला आने के बाद चारों गुरुद्वारा पदाधिकारियों ने सिंह साहिबान के फैसले को सर्वोपरि मानते हुए अपने इस्तीफे दे दिया। इसके बाद तीन सदस्यीय कमेटी द्वारा 19 सदस्यो से अपने-अपने नाम की पॢचयों को डालकर उसमें से 5 सदस्यो को लक्की ड्रा के तहत पॢचयों को निकाला गया। इसके बाद जरनैल सिंह अमरिया, कुलदीप सिंह पन्नू बरेली, अमरजीत सिंह किच्छा, सुखदीप सिह पूरनपुर व जसबीर सिंह गौलापार नैनीताल को पांच सदस्यीय कमेटी सदस्य बनाया गया।

उसके बाद संगत के बीच मे श्री दरबार साहिब में अरदास के बाद सिंह साहिबान हेड ग्रन्थी ज्ञानी मलकीत सिंह द्वारा चुने गए पांचों सदस्यों को सरोपे देकर सम्मानित किया। इसके साथ ही कहा कि जब तक सिंह साहिबान जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह का फैसला नहीं आता तब तक ये पांच सदस्यों द्वारा गुरुद्वारा साहिब का सारा कामकाज देखा जाएगा।

chat bot
आपका साथी