Nanakmatta Dispute : गुरुद्वारा प्रबंधन समिति से मांगा इस्तीफा, अमृतसर श्री अकाल तख्त साहिब की कमेटी ने शुरू की जांच
Nanakmatta Dispute गुरुद्वारा में हुई संगत में सिख संगठन ने नानकमत्ता गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के पदाधिकारियों से इस्तीफा मांगा। इस मामले में कोई रियायत नहीं बरती जाएगी। हालांकि इस्तीफा देने के लिए पदाधिकारियों को 15 दिन की मोहलत दी है।
जागरण संवाददाता, नानकमत्ता (ऊधमसिंह नगर) : Nanakmatta Dispute : गुुरुद्वारा की गरिमा का उल्लंघन का आरोप लगाकर सिख समुदाय आक्रोशित है। नानकमत्ता गुरुद्वारा में आयोजित संगत में उत्तर प्रदेश से हिस्सा लेने आ रहे सिख समुदाय के काफी लोगों को यूएस नगर-पीलीभीत बार्डर पर पुलिस ने रोक दिया। इस पर लोग भड़क गए। पुलिस से काफी नोकझोंक हुई। धक्का मुक्की हुई। गुरुद्वारा में हुई संगत में सिख संगठन ने नानकमत्ता गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के पदाधिकारियों से इस्तीफा मांगा। इस मामले में कोई रियायत नहीं बरती जाएगी। हालांकि इस्तीफा देने के लिए पदाधिकारियों को 15 दिन की मोहलत दी है। इधर, श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी बना दी है। समिति रिपोर्ट अमृतसर को सौंपेगी। नानकमत्ता में माहाैल तनावपूर्ण होने पर शांति व्यवस्था बनाए रखने पर काफी संख्या में पुलिस अधिकारी व कर्मी तैनात हैं।
यह है मामला
सीएम बनने के बाद पहली बार पुष्कर सिंह धामी 23 व 24 जुलाई को गृह जनपद आए थे। 23 को रुद्रपुर में उनका स्वागत हुआ और पंत विवि के एनेक्सी भवन में रात विश्राम किए थे। 24 को सीएम पंतनगर, किच्छा,सितारगंज होते हुए अपराह्न करीब डेढ़ बजे नानकमत्ता गुरुद्वारा पहुंचे। जहां पर गुरुद्वारा गेट पर उनके स्वागत में बच्चों ने नृत्य किया। इसके बाद सीएम ने गुरुद्वारा में मत्था टेका और गुरुद्वार प्रबंधन समिति की ओर से चांदी का मुकुट सीएम को पहनाकर सम्मानित किया गया। इसके बाद सिख समुदाय के लोग आक्रोशित हाे गए। सिख संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष जसवीर सिंह गिल बरेली, लखनऊं, पीलीभीत सहित कुछ जिलों के समुदाय के साथ नानकमत्ता गुरुद्वार पहुंचे। पुलिस ने झनकट बार्डर पर उत्तर प्रदेश से आने वाले सिख समुदाय के लोगों को यह कर रोक दिया कि आरटीपीसीआर रिपोर्ट उनके पास नहीं है। इसे लेकर पुलिस व लोगों के बीच काफी नोकझोंक हो गई।
पुलिस प्रशासन बार्डर के साथ नानकमत्ता में सतर्क हो गया। सिख समुदाय के लोगों ने गुरुद्वारा गेट पर प्रदर्शन किया और संगत कर समिति के खिलाफ रोष जताया। अध्यक्ष जसवीर सिंह गिल का कहना था कि गुरुद्वारा में चाहे राजा हो या रंक, सभी एक समान है। सीएम के स्वागत में गुरुद्वारा के गेट पर बालिकाओं का नृत्य यह गुरु की मर्यादा के खिलाफ है। यहीं नहीं, गुरुद्वारा में समुदाय के लोगों का पैसा लगा है। किसी को चांदी का मुकुट पहनाने के लिए पैसा नहीं दिया जाता है, बल्कि लोगों की सेवा के लिए दिया जाता है।
कहा कि जिस समय सीएम गुरुद्वारा पहुंचे तो उस समय गुणवाणी चल रही थी। ऐसे में लोगों ने नारेबाजी की तो बीच में गुणवाणी रोकनी पड़ी। यह सब गुरु की मर्यादा के खिलाफ है। प्रबंधन समिति के पदाधिकारियों को इस्तीफा देने के लिए 15 दिन का अल्टीमेटम दिया गया है। यदि इस्तीफा नहीं दिया गया तो भारी संख्या में समुदाय के लाेगों के साथ नानकमत्ता गुरुद्वारा में विरोध किया जाएगा।
अमृतसर से तीन सदस्यीय जांच की शुरू
श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ने तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है। कमेटी नानकमत्ता गुरुद्वारा पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। कमेटी जत्थेदार को जांच रिपेार्ट सौंप दी है। जांच रिपेार्ट के आधार पर जत्थेदार फैसला लेेंंगे।
समिति के 19 लोग संगत के समर्थन में
गुरु की मर्यादा के उल्लंघन के मामले में नानकमत्ता गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के पदाधिकारियों से इस्तीफे की मांग पर सिख संगत अड़ी है। 27 सदस्यीय समिति में 19 लोग संगत के साथ हो गए हैं। संगत के साथ होने वाले समिति के लोगों का कहना था कि सीएम के कार्यक्रम की जानकारी उन्हें नहीं थी। न ही बताया गया था।