फाइलों में दबी वन ग्रामों तक बिजली पहुंचाने के लिए हुई संयुक्त सर्वे की रिपोर्ट
वन ग्रामों में विद्युतीकरण करने की योजना हर बार फाइलों में ही दबकर रह जा रही है। पहले भी दो तीन बार ऊर्जा निगम व वन विभाग के संयुक्त सर्वे की रिपोर्ट शासन को भेजी गई लेकिन कोई कार्रवाई अब तक नहीं हुई।
रामनगर, जागरण संवाददाता : वन ग्रामों में विद्युतीकरण करने की योजना हर बार फाइलों में ही दबकर रह जा रही है। पहले भी दो तीन बार ऊर्जा निगम व वन विभाग के संयुक्त सर्वे की रिपोर्ट शासन को भेजी गई, लेकिन कोई कार्रवाई अब तक नहीं हुई। अब फिर से विद्युतीकरण के सर्वे की कवायद शुरू हो रही है। अगले माह तक इस संबंध में कार्रवाई नहीं होने पर ग्रामीणों ने आंदोलन की चेतावनी दी है।
रामनगर क्षेत्र में 24 वन ग्राम है। जिसमें आमडंडा खत्ता, सुंदरखाल, रिंगोड़ा, चोपड़ा, रामपुर, टेड़ा खत्ता, अर्जुन नाला, बेलघट्टी, पत्थरकुआ, फाटो, टोगिंया में अब तक विद्युतीकरण नहीं हो पाया है। पूर्व में आमडंडा खत्ता, रिगोंड़ा, देवीचोड़ खत्ता व टेड़ा खत्ता में विद्युतीकरण करने के लिए ऊर्जा निगम व वन विभाग का संयुक्त सर्वे कई बार हो चुका है। सर्वे रिपोर्ट शासन को भेजी गई थी। बकायदा सुंदरखाल गांव में तो विद्युतीकरण के लिए बिजली के पोल तक लग गए थे, लेकिन उसमें पेंच फंसने से बिजली क लाइन नहीं लगी।
अब फिर से पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत की घोषणा पर वन विभाग व ऊर्जा निगम छूटे हुए वन ग्रामों में विद्युतीकरण करने के लिए सर्वे करने की बात कह रहा है। बार-बार सर्वे के नाम पर छले जाने से ग्रामीण खफा है। वन ग्राम संघर्ष समिति के अध्यक्ष एसलाल ने बताया कि पूर्व में दो तीन बार संयुक्त सर्वे हो चुका है। अब फिर से सर्वे की बात कही जा रही है। अगले महीने तक कोई कार्रवाई नहीं होने पर वह तहसील में ग्रामीण धरना देंगे।
इन गांवों में हो गया विधुतीकरण
पूछड़ी नई बस्ती, कालूसिद्ध नई बस्ती, बेलगढ़, गठिया, किशनपुर छोई, नत्थावली, पटरानी, कारगिल, शिवनाथपुर पुरानी बस्ती, नई बस्ती, कुंभगडार, कुंभगड़ार खत्ता में विद्युतीकरण हो चुका है।