नैनीताल में राज भवन मार्ग की मरम्‍मत का काम शुरू, नेट व ज‍ियो बैग में कंक्रीट भरकर दे रहे सर्पोट

एक सप्ताह पूर्व राज भवन मार्ग का करीब 20 मीटर हिस्सा भारी बारिश के कारण दरक गया था।दुकानों के सामने से मलबा हटाने के साथ ही तीन पेड़ों को लोनिवि द्वारा कटवा दिया गया है। साथ ही सड़क का अस्थाई उपचार शुरू कर दिया गया है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 04:45 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 05:59 PM (IST)
नैनीताल में राज भवन मार्ग की मरम्‍मत का काम शुरू, नेट व ज‍ियो बैग में कंक्रीट भरकर दे रहे सर्पोट
लोनिवि अधिशासी अभियंता दीपक गुप्ता ने बताया कि फिलहाल 10 से 15 दिनों के भीतर अस्थाई सड़क तैयार हो जाएगी।

जागरण संवाददाता, नैनीताल। एक सप्ताह पूर्व अतिवृष्टि के कारण टूट चुके हैं राज भवन मार्ग के करीब 24 मीटर हिस्से का जीर्णोद्धार कार्य शुरू कर दिया गया है। सड़क के टूटे हुए हिस्से में नेट लगाकर जिओ बैग में रेत, पत्थर भर बेस तैयार किया जा रहा है। जिसकी रोकथाम को लेकर किनारे से पाइप भी जमीन के अंदर भूमिगत किए जाएंगे। अस्थाई उपचार देने के बाद धसे हिस्से से मलबे को हटाकर ही स्थाई उपचार शुरू किया जाएगा।

एक सप्ताह पूर्व राज भवन मार्ग का करीब 20 मीटर हिस्सा भारी बारिश के कारण दरक गया था। जिससे भारी मलबा नीचे स्थित पालिका बाजार की दुकानों में घुस गया। दुकानों के सामने से मलबा हटाने के साथ ही खतरा बने तीन पेड़ों को लोनिवि द्वारा कटवा दिया गया है। साथ ही सड़क का अस्थाई उपचार शुरू कर दिया गया है। टूटी सड़क के करीब 24 मीटर हिस्से में लोहे की नेट के भीतर रेत और पत्थरों से भरे जिओ बैग का बेस तैयार किया जा रहा है। जिसकी रोकथाम को लेकर एक-एक मीटर की दूरी पर लोहे के पाइपों को भूमिगत किया जाएगा।

लोनिवि अधिशासी अभियंता दीपक गुप्ता ने बताया कि फिलहाल 10 से 15 दिनों के भीतर अस्थाई सड़क तैयार हो जाएगी। जिस पर सुचारू किया जा सकेगा। सड़क के स्थाई ट्रीटमेंट को लेकर प्लान तैयार किया जा रहा है। पुराने मलबे को हटाने के बाद तलहटी पर सीमेंट और कंक्रीट से स्लैब डालने के बाद दीवार और अन्य स्थाई कार्य कराए जाएंगे।

दर्जनभर दुकानदारों की रोजीरोटी प्रभावित

मार्गदर्शन के कारण नीचे स्थित पालिका बाजार की करीब दर्जन दुकानों के ऊपर अभी भी मलबा आने का संकट मंडरा रहा है। ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से बीते एक सप्ताह से करीब दर्जन भर दुकाने बंद है। जिससे इनके संचालकों की आमदनी प्रभावित हो रही है। दुकानदारों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि दुकानों में हुए नुकसान की भरपाई करने के साथ ही उन्हें कुछ मुआवजा दिया जाए।

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