वन निगम को जिम्मा मिलने के बाद गौला में रजिस्ट्रेशन के लिए अब फिर लगेगी बोली
कभी गौला में पंजीकृत वाहन के मालिक रहे लोग अब फिर से वन निगम दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं। दरअसल जिला खनन समिति ने वाहन परिवर्तन गेट परिवर्तन व पुराने पंजीकरणों के नवीनीकरण का जिम्मा वन निगम को दिया है।
हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : कभी गौला में पंजीकृत वाहन के मालिक रहे लोग अब फिर से वन निगम दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं। दरअसल, जिला खनन समिति ने वाहन परिवर्तन, गेट परिवर्तन व पुराने पंजीकरणों के नवीनीकरण का जिम्मा वन निगम को दिया है। आरएम की अध्यक्षता वाली कमेटी में रेंजर, डीएलएम व गेट इंचार्ज को भी शामिल किया गया है। खास बात यह है कि कुछ लोगों ने पुराने वाहन को बेच दिया। मगर गौला का रजिस्ट्रेशन आज भी उनके नाम पर है। ऐसे में वह लोग भी निगम दफ्तर पहुंच रहे हैं। सूत्रों की माने तो वाहन यह नहीं बल्कि दूसरे लोग चलाएंगे। इन्हें रजिस्ट्रेशन की कीमत मिल जाएगी। बाद में नाम परिवर्तन हो जाएगा।
डीएम की अध्यक्षता वाली जिला खनन समिति खनन से जुड़े बड़े मामलों में फैसला लेती है। बकायदा हर माह बैठक कर खनन कार्यों की समीक्षा की जाती है। हाल में डीएम ने वाहन-गेट परिवर्तन के साथ ही जरूरत के मुताबिक पुराने पंजीकरण को चालू करने का अधिकार वन निगम को दे दिया था। वहीं, निगम ने इसके लिए एक कमेटी बना दी। सूत्रों की माने तो पिछले साल जिन वाहनों ने दस चक्कर लगाए हैं।
उनका रजिस्ट्रेशन रिन्यूवल कर दिया जाएगा। मगर दिक्कत यह है कि इनमें से अधिकांश ने वाहन भी बेच दिए। ऐसे में अन्य इच्छुक लोग रजिस्ट्रेशन पाने की जुगत में लगे हैं। इसके लिए पहले पुराने वाहनस्वामी को तैयार किया जा रहा है। उसके नाम पर रजिस्ट्रेशन रिन्यूवल होने पर पैसे देकर पंजीकरण अपने नाम पर करवा लिया जाएगा। दूसरे पक्ष का क्या कहना है। मुकदमा दर्ज हुआ यह नहीं। खबर में सबकुछ एकतरफा दे दिया है आपने।