40 हजार पेड़ लगाने के साथ 400 चाल-खाल बनाने वाले चंदन पर बना रैप सांग

पहाड़ पर बांज के पेड़ों के महत्व को समझते हुए नाई गांव निवासी चंदन नयाल ने बीते पांच साल में 40 हजार से अधिक पेड़ रोपने के साथ उनकी निगरानी भी की। उन पर गायक पंकज जोशी ने अपने दोस्त पवन चिलवाल संग मिलकर एक रैंप सांग तैयार किया है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 07:42 AM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 07:42 AM (IST)
40 हजार पेड़ लगाने के साथ 400 चाल-खाल बनाने वाले चंदन पर बना रैप सांग
40 हजार पेड़ लगाने के साथ 400 चाल-खाल बनाने वाले चंदन पर बना रैप सांग

हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : जल और जंगल को बचाने के लिए धरातल पर उतर मेहनत करने वाले नैनीताल जिले के ओखलकांडा ब्लाक के नाई गांव निवासी युवा पर्यावरण प्रेमी का काम अब एक रैप सांग के जरिये भी लोगों के बीच पहुंचेगा। पांच मार्च को यू-ट्यूब पर लांच होने वाला यह वीडियो गीत लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक भी करेगा।

पहाड़ पर बांज के पेड़ों के महत्व को समझते हुए नाई गांव निवासी चंदन नयाल ने बीते पांच साल में 40 हजार से अधिक पेड़ रोपने के साथ उनकी निगरानी भी की। बचपन में चीड़ के पेड़ों की वजह से जंगल की आग और भड़कने पर उन्होंने आसपास के इलाके को बांज प्रजाति से कवर करने की सोची। जलसंचय के लिए बांज को सबसे अहम माना जाता है। यह वाटर लेवल को बढ़ाने के साथ जमीन में नमी की मात्रा को भी बढ़ाता है। नमी की वजह से अन्य प्रजातियां भी जल्दी पनपती हैं।

ओखलकांडा ब्लाक में पर्यावरण संरक्षण की अलख जगाने के बाद चंदन ने अल्मोड़ा व चम्पावत जाकर भी लोगों को जंगल का महत्व बताया। बीज की जरूरत ज्यादा पडऩे पर अपनी जमीन पर एक नर्सरी भी तैयार कर ली। इसके बाद लाकडाउन में स्थानीय युवाओं की मदद से जंगल में छोटे-बड़े करीब 400 चाल-खाल बना दिए। ताकि बारिश व प्राकृतिक जल धाराओं का पानी इनमें रुक सके।

वहीं, चंदन के पर्यावरण के प्रति इस प्रेम को देखते हुए धारी ब्लाक के मटियाल गांव निवासी गायक पंकज जोशी ने अपने दोस्त पवन चिलवाल संग मिलकर एक रैंप सांग तैयार किया है। जो कि पांच मार्च को लांच होगा। गाने में चंदन के कामों को दर्शाने के साथ पहाड़ के युवाओं से भी गांव व जंगल बचाने की अपील की गई है।

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