रानीखेत-बदरीनाथ हाईवे का 40 से 50 मीटर हिस्सा ध्वस्त, 31 अगस्त तक एनएच बंद

अल्मोड़ा जिले में कुछ क्षेत्रों में तड़के भारी बारिश से हालात फिर बिगड़ गए। तल्ला सल्ट चरीधार की पहाड़ी से दोबारा जबर्दस्त भूस्खलन हो गया।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Wed, 19 Aug 2020 06:24 PM (IST) Updated:Wed, 19 Aug 2020 06:24 PM (IST)
रानीखेत-बदरीनाथ हाईवे का 40 से 50 मीटर हिस्सा ध्वस्त, 31 अगस्त तक एनएच बंद
रानीखेत-बदरीनाथ हाईवे का 40 से 50 मीटर हिस्सा ध्वस्त, 31 अगस्त तक एनएच बंद

अल्मोड़ा, जेएनएन : अल्मोड़ा जिले में कुछ क्षेत्रों में तड़के भारी बारिश से हालात फिर बिगड़ गए। तल्ला सल्ट चरीधार की पहाड़ी से दोबारा जबर्दस्त भूस्खलन हो गया। इससे पहले ही छह दिनों से बंद पड़ा बेहाल रानीखेत बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) पनुवाद्योखन के पास 40 से 50 मीटर के दायरे में ध्वस्त हो गया। इससे लोनिवि की चुनौतियां और बढ़ गई हैं। 31 अगस्त तक एनएच को पूरी तरह बंद रख रूट डायवर्ट कर दिया गया है। उधर रवाड़ी गांव (द्वाराहाट) में भारी बारिश से मकान धराशायी हो गया।

रानीखेत बदरीनाथ हाईवे पर दुश्वारियां कम होती नहीं दिख रहीं। बुधवार तड़के सल्ट ब्लॉक क्षेत्र में मसूलधार बारिश से जहां जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। वहीं तल्ला सल्ट में पनुवाद्योखन के पास चरीधार की पहाड़ी फिर दरक गई। विशालकाय बोल्डर व मलबा आने से एनएच का बड़ा हिस्सा ध्वस्त हो गया। छह दिनों से बंद हाईवे पर हालात और खराब होने से रूट डायवर्ट कर कर दिया गया है। अब वाहनों को रामनगर से वाया चिमटाखान हरड़ा होते हुए रानीखेत उपमंडल की ओर गुजारा जा रहा।

अधिशासी अभियंता केएस बिष्टï ने बताया कि मलबा व बोल्डरों को हटाने के लिए पॉकलैंड के साथ विभागीय कर्मी दिन रात जुटे हैं। मगर अतिवृष्टिï से दोबारा भूस्खलन से चुनौतियां बढ़ रही हैं। पनुवद्योखन से क्षेत्र पंचायत सदस्य खीमानंद ने हाईवे को शीघ्र दुरुसत किए जाने की मांग की है। अवर अभियंता जसवंत सिंह ने कहा कि रूट डायवर्ट कर 31 अगस्त तक एनएच को पूरी तरह बंद कर दिया गया है।

बाड़ी तोक में भरभरा कर गिरा मकान

क्षेत्र में बुधवार तड़के मूसलधार बारिश से बगवालीपोखर की ग्रामपंचायत रवाड़ी के बाड़ी तोक में आवासीय मकान धराशायी हो गया। विनोद कुमार पुत्र पनराम प्रात: तीन बजे छोटी बेटी को लघुशंका के लिए बाहर लेकर आया। इसी दौरान मकान के एक हिस्से के दरकने की आवाज सुन बेटी ने पिता को सतर्क किया। इस पर विनोद ने तत्परता दिखाते हुए पत्नी व दो अन्य बच्चों को नींद से जगा बाहर ले आया। तभी पुरानी शैली में बना आवासीय मकान भरभरा कर गिर गया। विहिप जिला संयोजक (रानीखेत उपमंडल) राजेंद्र अधिकारी ने गरीब परिवार को मुआवजे की मांग उठाई है।

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