रानीखेत-बदरीनाथ हाईवे तीसरे दिन भी बंद, बोल्डर और मलबे से पटा है एनएच
पहाड़ में लगातार हो रही बारिश से खतरा बढ़ गया है। अल्मोड़ा में उच्च क्षेत्रों में भारी बारिश से जिले की सीमा से लगे शंकरपुर क्षेत्र में देवता गधेरा (गढ़वाल) उफान पर आ गया।
अल्मोड़ा, जेएनएन : पहाड़ में लगातार हो रही बारिश से खतरा बढ़ गया है। अल्मोड़ा में उच्च क्षेत्रों में भारी बारिश से जिले की सीमा से लगे शंकरपुर क्षेत्र में देवता गधेरा (गढ़वाल) उफान पर आ गया। गांव लौट रहे दो ग्रामीण उसमें फंस गए। सल्ट थाने का आपदा प्रबंधन दल ने जैसे तैसे दोनों को सुरक्षित निकाल लिया। वहीं तल्ला सल्ट में पनवाद्यो कान के पास तरीधार की पहाड़ी से जबर्दस्त भूस्खलन के कारण रानीखेत बदरीनाथ हाईवे तीसरे दिन भी पूरी तरह बंद है। पूरा राष्ट्रीय राजमार्ग बोल्डर व मलबे से पट गया है।
पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश अब डराने लगी है। अतिवृष्टि से मरचूला (सल्ट ब्लॉक) से आठ किमी दूर नैनीडांडा तहसील स्थित धूमाकोटट रोड पर शं·रपुर क्षेत्र (पौड़ी जनपद) में देवता गधेरा उफना गया। रविवार दोपहर मवेशियों को जंगल में चुगाने लाए भगत सिंह पुत्र घनश्याम सिंह व प्रदीप नेगी पुत्र भगत सिंह निवासी औलेत कालिंका भाल नैनीडांडा गधेरे में फंस गए। सीओ रानीखेत तपेश कुमार को सूचना मिलने पर उन्होंने सल्ट थाने को सतर्क किया।
तब एसओ धीरेंद्र पंत पुलिस की आपदा प्रबंधन टीम मौकेे पर पहुंचे। स्थानीय तैराक संजीव पुरोलिया भी मदद से करीब आधा घंटे तक रेस्क्यू चला। ग्रामीणों को उफनाए गधेरे से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। टीम में उपनिरीक्षक गिरीश चंद्र, कांस्टेबल सूरज बोरा, जीवन चंद्र, सुरेश चंद्र शामिल रहे। धूमाकोट कोतवाल प्रमोद उनियाल भी मय टीम पहुंचे। सल्ट व धूमाकोट पुलिस ने तैराक संदीप को नगद पुरस्कार भी दिया गया।
बदरीनाथ हाईवे पर बढ़ी दुश्वारियां
तल्ला सल्ट के पनुवाद्योखन क्षेत्र में तरीधार की पहाड़ी दरकने से बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग रविवार को तीसरे दिन भी बंद रहा। इससे रानीखेत, चौखुटिया भुटिया, भिकियासैंण का पौड़ी जिले से संपर्क मांग हो गया। मलबा हटाने को लिए लोनिवि प्रांतीय खंंड की टीम मय जेसीबी जुटी है। हालांकि बीच बीच में भारी बारिश व रुक रुक कर भूस्खलन से मलबा हटाने का काम प्रभावित हो रहा। हाईवे बंद होने के बाद अब मोहान बाइपास से वाया हरड़ा सड़क खोला गया है। रामनगर से चौखुटिया व गैरसैंण से रामनगर आने वाले वाहन इसी रूट से गुजारे जा रहे हैं।