Ranibagh Bridge : शुक्रवार देर रात खुला रानीबाग पुल, अभी सिर्फ छोटी गाडिय़ों के आवागमन को छूट
Ranibagh Bridge रानीबाग का पुल शुक्रवार रात छोटे वाहनों के लिए खोल दिया गया। फिलहाल बड़े वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा। केवल टैक्सी और मैक्स पिकअप को यहां से गुजरने की अनुमति होगी। ताकि छोटे काश्तकारों को मंडी में उत्पाद लाने में परेशानी का सामना न करना पड़े।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: कुमाऊं भर के लोगों के लिहाज से अहम रानीबाग का पुल शुक्रवार रात छोटे वाहनों के लिए खोल दिया गया। सबसे पहले विधायक राम सिंह कैड़ा की गाड़ी पुल से पार हुई। फिलहाल बड़े वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा। केवल टैक्सी और मैक्स पिकअप को यहां से गुजरने की अनुमति होगी। ताकि सवारियों व छोटे काश्तकारों को मंडी में उत्पाद लाने में परेशानी का सामना न करना पड़े।
सोमवार की सुबह भूस्खलन की जद में आकर रानीबाग पुल की दस फीट सड़क टूटकर गिर गई थी। उसके बाद से लोगों को वाया ज्योलीकोट और भवाली होकर पहाड़ का सफर करना पड़ रहा है। किराया और समय ज्यादा लगने के साथ काश्तकारों के सामने भी संकट खड़ा हो गया। जमरानी व भीमताल से देवीधुरा रूट के काश्तकारों को उत्पाद मंडी पहुंचाने के लिए पहले के मुकाबले दोगुना किराया चुकाना पड़ रहा था।
वहीं, अमृतपुर क्षेत्र के लोग पुल तक गाड़ी से आने के बाद पैदल चल दूसरी गाड़ी बुक कर हल्द्वानी पहुंच रहे थे। सड़क को तैयार करने के लिए लोक निर्माण विभाग को 12 मीटर ऊंची सुरक्षा दीवार तैयार करनी थी। रात साढ़े 11 बजे काम पूरा कर मार्ग को खोल दिया गया। इस दौरान विधायक कैड़ा भीमताल विधानसभा के लोगों का संकट दूर करने के लिए लोनिवि, ठेकेदार व श्रमिकों का आभार भी जताया।
नहीं निकलेगी बड़ी गाड़ी
नए पुल का काम शुरू होने पर पुराने पुल पर बड़ी गाडिय़ों की एंट्री बंद कर दी गई थी। एचएमटी आवास एरिया के पास तीन फीट ऊंचे बैरियर भी लगाए गए थे। लेकिन खनन वाहनों को पार कराने के लिए जेसीबी से रात में इन्हें तोड़ दिया गया था। वहीं, लोनिवि का कहना है कि रास्ते खुलने के बावजूद सुरक्षा की दृष्टि से ट्रक व कैंटर नहीं चल सकते। इसलिए आज पुल के दोनों तरफ ऐसे बैरियर बनाए जाएंगे। ताकि हादसे की आशंका न रहे।
लोनिवि ने पूरा किया वादा
क्षतिग्रस्त सड़क को ठीक करने के लिए लोनिवि ने 23 जुलाई तक काम पूरा करने का वादा किया था। लेकिन दो दिन लगातार बारिश होने के कारण पत्थर व मिट्टी गिरने लगी। जिससे मजदूरों को खतरा हो गया था। ऐसे में जेई कमल पाठक व ठेकेदार महेंद्र मेहता सुबह सात से रात 12 बजे तक मौके पर खड़े होकर काम करवा रहे थे। नतीजन तय समय में काम पूरा हो गया।
एसएसपी से मांगी सुरक्षा
लोनिवि ने प्रशासन को पत्र लिख कहा था कि भारी वाहनों के लिए पुल नहीं है। दोनों तरफ साइन बोर्ड लगाने के साथ सुरक्षा उपाय भी किए जाने हैं। इसलिए सुरक्षा की जरूरत पड़ेगी। वहीं, मामले को लेकर एडीएम ने एसएसपी नैनीताल को पत्र लिख भारी वाहनों का आवागमन बैन करने को पुलिस मुहैया कराने के लिए कहा है।