बठिंडा के राजेंद्र ने साइकिल से 32 वर्ष में पांच लाख 80 हजार किलोमीटर का किया सफर

पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ती कीमतों के बीच साइकिल से सफर करने की बात हो रही है। वहीं साइकिल से देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों का भ्रमण करने वाले बठिंडा पंजाब के राजेंद्र गुप्ता नैनीताल जिले में पहुंचे हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sun, 18 Jul 2021 07:55 AM (IST) Updated:Sun, 18 Jul 2021 07:55 AM (IST)
बठिंडा के राजेंद्र ने साइकिल से 32 वर्ष में पांच लाख 80 हजार किलोमीटर का किया सफर
बठिंडा के राजेंद्र ने साइकिल से 32 वर्ष में पांच लाख 80 हजार किलोमीटर का किया सफर

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ती कीमतों के बीच साइकिल से सफर करने की बात हो रही है। वहीं साइकिल से देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों का भ्रमण करने वाले बठिंडा, पंजाब के राजेंद्र गुप्ता नैनीताल जिले में पहुंचे हैं। राजेंद्र ने बताया कि वह बीते 32 साल से साइकिल से देश भ्रमण कर रहे हैं। देश के सभी प्रमुख तीर्थों का भ्रमण कर नैनीताल पहुंचे राजेन्‍द्र ने अपना अनुभव बयान किया।

पंजाब प्रांत के जिला मुख्यालय बठिंडा में पीपलवाला मंदिर में 62 वर्षीय राजेंद्र गुप्ता का निवास है। जिसमें उन्होंने देश भ्रमण को अपना ध्येय बना रखा है। हल्द्वानी जागरण कार्यालय पहुंचे राजेंद्र गुप्ता ने बताया कि वह पहली बार सन 1989 में साइकिल से गंगोत्री के लिए निकले थे।

उसके बाद से उनका यह सफर लगातार जारी है। जिसमें वह चारधाम यात्रा, जम्मू कश्मीर में वैष्णो देवी, अमरनाथ यात्रा के अतिरिक्त देश के अन्य प्रमुख तीर्थ स्थलों पर घूमते रहते हैं। जिसमें वह अब तक कुल पांच लाख 80 हजार किमी से अधिक का सफर तय कर चुके हैं। लोगों में शांति व सद्भावना की अपील के साथ वह साइकिल भ्रमण में लगे हुए हैं। बताया कि नैनीताल में नैना देवी का दर्शन करने के बाद वह हरिद्वार जाएंगे।

अब तक 68 साइकिल कर चुके हैं प्रयोग

यात्रा पर निकले राजेंद्र गुप्ता ने बताया कि अब तक वह 68 साइकिल का प्रयोग कर चुके हैं। जिसमें उनके परिचित लोग अक्सर नई साइकिल भेंट करते हैं। जिससे उनकी यात्रा लगातार जारी है। पुरानी साइकिल के बारे में बताया कि उसे बेच देते हैं या किसी जरूरतमंद को दे देते हैं।

साइकिल यात्रा से मिला स्वास्थ्य

साइकिल यात्रा के चलते राजेंद्र गुप्ता को स्वास्थ्य लाभ मिला है। जिसका असर है कि वह बहुत कम बीमार पड़ते हैं। साइकिल यात्रा से वह फिट बने हुए हैं। वृद्धावस्था के बाद भी साइकिल यात्रा सबसे सुखद व आसान बनी हुई है।

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