Nainital Weather Update : कुमाऊं के अधिकांश स्थानों पर झमाझम बारिश, जानिए आज कैसा रहेगा मौसम का हाल
Nainital Weather Update मानसून का फिर से सक्रिय होना राहत लेकर आया है। रविवार को कुमाऊं के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई। नैनीताल और हल्द्वानी में देर रात से बारिश जारी है। यही हाल हाल पर्वतीय जिलों का भी है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : Nainital Weather Update : मानसून का फिर से सक्रिय होना राहत लेकर आया है। रविवार को कुमाऊं के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई। नैनीताल और हल्द्वानी में देर रात से बारिश जारी है। यही हाल हाल पर्वतीय जिलों का भी है। बारिश से तापमान में गिरावट के कारण लंबे समय से उमस और गर्मी झेल रहे तराई-भाबर के लोगों को राहत मिली है। मौसम विभाग के मुताबिक सोमवार को भी कुमाऊं के अधिकांश हिस्सों में बारिश की संभावना बनी हुई। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि कुमाऊं में कुछ जगहों पर भारी बारिश व नैनीताल जिले में कहीं कहीं अत्यंत भारी बारिश हो सकती है। इसे देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया गया है।
कुमाऊं में कहां कितनी हुई बारिश
नैनीताल 6.5 मिमी
हल्द्वानी 78 मिमी
अल्मोड़ा 0.0 मिमी
चम्पावत 18.0 मिमी
पिथौरागढ़ 4.7 मिमी
मुक्तेश्वर 1.0 मिमी
पंतनगर 5.2 मिमी
हल्द्वानी में बारिश ने पांच डिग्री लुढका पारा
तराई-भाबर में रविवार को रुक-रुककर हल्की बारिश हुई। शनिवार रात हल्द्वानी में 78 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। मौसम विभाग के मुताबिक जुलाई में पहली बार अधिकतम तापमान 28 डिग्री से नीचे पहुंचा है। बारिश होने से तापमान में गिरावट होने के बाद उमस से राहत मिली है। बीते 24 घंटे के दौरान हल्द्वानी के तापमान में 5.4 डिग्री की गिरावट आई है। हल्द्वानी का अधिकतम तापमान 27.8 डिग्री व न्यूनतम 24.2 डिग्र्री रहा। बारिश को फसलों के लिए फायदेमंद बताया जा रहा है।
कुमाऊं के प्रमुख स्टेशनों का तापमान
स्टेशन अधिकतम न्यूनतम
हल्द्वानी 27.8 24.2
नैनीताल 20.0 12.0
मुक्तेश्वर 21.8 16.3
अल्मोड़ा 22.9 19.0
चम्पावत 21.7 18.0
पिथौरागढ़ 23.3 19.1
मौसम के मुताबिक बनाएं पहाड़ का कार्यक्रम
मौसम विभाग देहरादून के निदेशक डॉ विक्रम सिंह ने बताया कि रविवार को मानसून पूरे राज्य में पहुंच चुका है। अगले 24 घंटे इसके प्रभावी रहने की संभावना है। इस बीच कुछ हिस्सों में हैवी रेनफाल की संभावना है। लिहाजा सतर्क रहने की जरूरत है। पिछले कई दिनों से मानसून सुस्त पड़ा था। जिस कारण जुलाई माह के पहले पखवाड़े में बारिस बहुत कम हुई। मगर अब मानसून के रौ में आने से नदियों का जलस्तर बढेगा और मैदानी भागों में बाढ़ आने की आशंका बढ़ चली है। पर्वतीय क्षेत्र में भूस्खलन जैसी आपदा आ सकती है। पर्वतीय क्षेत्रों में जाने वाले सैलानी मौसम के हिसाब से ही यात्रा का कार्यक्रम बनाएं। मानसून गढ़वाल की तुलना में कुमाऊं मंडल में अधिक पानी बरसाएगा।