राज्य के सबसे लंबे व्यक्ति और नेशनल खिलाड़ी कयूम अली एक हजार की पेंशन से चला रहे परि‍वार

राज्य के 7 फीट 5 इंच लंबे बास्केटबॉल के नेशनल खिलाड़ी गरीबी के कारण बीमारी से अपाहिज होकर बेबश जिंदगी जीने के लिए विवश हैं। सामान्य से अधिक लंबाई होने के कारण करीब 25 वर्ष से नेशनल खिलाड़ी ग्रोथ हार्मोन में गड़बड़ी के रोग से ग्रसित हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Wed, 28 Oct 2020 07:19 PM (IST) Updated:Wed, 28 Oct 2020 07:19 PM (IST)
राज्य के सबसे लंबे व्यक्ति और नेशनल खिलाड़ी कयूम अली एक हजार की पेंशन से चला रहे परि‍वार
राज्य के सबसे लंबे व्यक्ति और नेशनल खिलाड़ी कयूम अली एक हजार की पेंशन से चला रहे परि‍वार

सितारगंज, जेएनएन : राज्य के 7 फीट 5 इंच लंबे बास्केटबॉल के नेशनल खिलाड़ी गरीबी के कारण बीमारी से अपाहिज होकर बेबश जिंदगी जीने के लिए विवशहैं। खिलाड़ी की बीमारी का खर्च चंदे से उठाया जा रहा है। सामान्य से अधिक लंबाई होने के कारण करीब 25 वर्ष से नेशनल खिलाड़ी ग्रोथ हार्मोन में गड़बड़ी के रोग से ग्रसित हैं।

ऊधमसिंहनगर जिले के किच्छा रोड के नयागांव निवासी 45 वर्षीय कयूम अली पुत्र नामे अली की लंबाई सामान्य से अधिक होने के कारण वह हमेशा चर्चाओं में रहे। सात फीट पांच इंच के विशाल शरीर वाले कयूम अली वर्ष 1995 में बास्केटबॉल के नेशनल खिलाड़ी रह चुके हैं। उन्होंने विशाखापट्टनम, लुधियाना में आयोजित हुई बास्केटबॉल प्रतियोगिता में उत्तर प्रदेश पीएसी की तरफ से प्रतिभाग किया था।

इसी दौरान ग्रोथ हार्मोन में गड़बड़ी के कारण उनकी लंबाई बढ़ने लगी। ऑल इंडिया मेडिकल कॉलेज दिल्ली में वह इलाज के लिए तीन साल तक भर्ती रहे। मेडिकल कॉलेज प्रशासन कयूम अली की दवा का खर्च उठाता था। वहां से डिस्चार्ज होने के बाद कयूम अली की आर्थिक हालत बिगड़ गई। वह चलने फिरने में लाचार हो गए। समय के साथ उनके स्वास्थ्य को लेकर सभी तरह की मदद बंद हो गई। इस कारण कयूम अली के इलाज का खर्च अब चंदे के सहारे हैं।

सरकार से की देखभाल की मांग

उत्तराखंड में सबसे लंबे व्यक्ति की सूची में दर्ज कयूम अली ने सरकार से उनके तमाम खर्च उठाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि हर महीने दस हजार की दवा का खर्च वहन नहीं कर सकते। मदद के नाम पर पेंशन के उन्हें हजार रुपये ही मिलते हैं। कोरोना काल में चंदे के सहारे भी उनकी दवा का खर्च नहीं चल पा रहा है। सरकार उनकी देखभाल करें।

आवागमन के लिए स्कूटी की डिमांड

बीमारी से ग्रसित कयूम अली को चलने फिरने में दिक्कत है। वह आवागमन के लिए समाज कल्याण विभाग से स्कूटी की मांग कर रहे हैं। जबकि समाज कल्याण विभाग ट्राई साइकिल दे रहा था। उन्होंने बताया कि हाथों में ताकत नहीं होने के कारण वह ट्राई साइकिल चलाने में असमर्थ हैं।

विकलांग पेंशन से परिवार चला रहा खिलाड़ी

पूर्व नेशनल खिलाड़ी कयूम अली विकलांग पेंशन के सहारे परिवार चला रहे हैं। परिवार में उनकी पत्नी शाजिया बेगम और 10 साल की पुत्री है। उनकी पुत्री की लंबाई सामान्य है।

खर्च चलाने के लिए ठेले पर बेचने पड़े थे फल

बीमारी से ग्रस्त कयूम अली का एक बार दौर ऐसा भी आया जब उन्हें बाजार में जेब खर्च चलाने के लिए ठेला लगाकर फल बेचने पड़े। ग्राहक उनकी लंबाई देखकर ठेले पर पहुंचते थे। इसके बाद करीब 20 साल से कयूम अली चलने फिरने में असमर्थ है।

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