बाघों को हरिद्वार भेजने का शुरू हुआ विरोध

रामनगर कार्बेट टाइगर रिजर्व से बाघों को हरिद्वार भेजने का स्थानीय लोगों ने विरोध किया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 13 Nov 2021 08:48 PM (IST) Updated:Sat, 13 Nov 2021 08:48 PM (IST)
बाघों को हरिद्वार भेजने का शुरू हुआ विरोध
बाघों को हरिद्वार भेजने का शुरू हुआ विरोध

फोटो: 13 आरएमएनपी-01

ज्ञापन सौंपते कार्यकर्ता

संस, रामनगर : कार्बेट टाइगर रिजर्व से बाघों को राजाजी टाइगर रिजर्व में भेजे जाने का विरोध शुरू हो गया। पर्यटन कारोबारियों ने इस पर आपत्ति जताते हुए शुक्रवार को सीटीआर कार्यालय में पार्क वार्डन आरके तिवारी को ज्ञापन सौंपा। कहा कि बाघों को बाहर भेजा गया तो वह आंदोलन शुरू कर देंगे। बाघ कार्बेट की शान है।

ज्ञापन में कहा गया है कि पिछले साल दिसबंर में दो बाघ कार्बेट से पकड़ कर हरिद्वार राजाजी टाइगर रिजर्व भेजे गए थे। अब फिर तीसरे बाघ को भेजे जाने की तैयारी की जा रही है। वासस्थल बदलने से बाघों के जीवन को खतरा है। टूरिज्म जोन व संरक्षित क्षेत्र में बाघ पकड़ना वन्य प्राणियों की स्वतंत्रता में दखल देना है। उन्होंने कहा कि पूर्व में राजाजी भेजे गए बाघों की स्थिति आज क्या है। इसकी कोई जानकारी वन्य जीव प्रेमियों को नहीं है। विभागीय अधिकारियों को इसकी जानकारी देनी चाहिए। लेकिन ऐसा नही किया जा रहा है। जो वन्य जीव प्रेमियों के साथ धोखा है। उन्होंने बाहर भेजे गए बाघों की जानकारी स्थानीय लोगों को देने की मांग की। ज्ञापन में कहा गया कि स्थानीय लोगों ने बाघों के संरक्षण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। ऐसे में बाघों को पकड़कर बाहर ले जाने का वह विरोध करते है। जरूरत पड़ी तो व्यापक आदोलन भी किया जाएगा। ज्ञापन देने वालों में नरेद्र शर्मा, कमल अधिकार, राकेश जोशी, दीपक, अर्जुन सिंह, रवींद्र सिंह, दर्शन सिंह, प्रसाद सिंह, भाष्कर भट्ट, प्रेम सिंह महरा, सोहन सिंह मौजूद रहे।

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