कोर्ट के चक्‍कर लगाने की जरूरत नहीं, डाक कर्मियों के जरिये न्यायालयों तक पहुंचेगी पीडि़तों की समस्या

दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाले किसी पीडि़त व्यक्ति को अब न्याय की गुहार लगाने मुख्यालयों के चक्कर नहीं काटने होंगे। डाक विभाग के कर्मचारियों के जरिये अपनी शिकायत जिला विधिक सेवा प्राधिकरण और अन्य न्यायालयों तक पहुंचा सकेंगे।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 08:06 PM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 08:06 PM (IST)
कोर्ट के चक्‍कर लगाने की जरूरत नहीं, डाक कर्मियों के जरिये न्यायालयों तक पहुंचेगी पीडि़तों की समस्या
कोर्ट के चक्‍कर लगाने की जरूरत नहीं, डाक कर्मियों के जरिये न्यायालयों तक पहुंचेगी पीडि़तों की समस्या

जागरण संवाददाता, नैनीताल : दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाले किसी पीडि़त व्यक्ति को अब न्याय की गुहार लगाने मुख्यालयों के चक्कर नहीं काटने होंगे। डाक विभाग के कर्मचारियों के जरिये अपनी शिकायत जिला विधिक सेवा प्राधिकरण और अन्य न्यायालयों तक पहुंचा सकेंगे। विधिक प्राधिकरण सेवा प्राधिकरण की ओर से कार्यक्रम का आयोजन कर डाक कर्मियों को कानून की जानकारी देने के साथ ही पीडि़तों की शिकायत को न्यायालय स्तर तक पहुंचाने का प्रशिक्षण दिया गया।

रविवार को जिला विकास सेवा प्राधिकरण की ओर से तल्लीताल स्थित जीजीआइसी में आयोजित कार्यक्रम के दौरान जिला जज राजेंद्र जोशी ने जिलेभर से पहुंचे डाक कर्मियों को घरेलू हिंसा, महिला अत्याचार, नाबालिगों से संबंधित अपराधों और संबंधित कानूनी जानकारी दी। डाक विभाग को समाज का अभिन्न अंग बताते हुए कहा कि डाकिये ऐसे पीडि़तों की शिकायत न्यायालयों तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभा सकते है। उन्होंने कहा पीडि़तों को विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से निश्शुल्क विधिक सलाह और अधिवक्ता उपलब्ध कराया जाता है।

डाकियों को दिया प्रशिक्षण

कार्यक्रम में जिलेभर के करीब 169 पोस्ट ऑफिस के 208 डाकिये मौजूद रहे। जिन्हें कानूनी जानकारी देने के साथ ही नालसा द्वारा जारी लीगल सर्विस पोर्टल के संचालन का प्रशिक्षण दिया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव इमरान मोहम्मद खान ने बताया कि आठ अगस्त को नालसा विजन एंड मिशन स्टेटमेंट का सुप्रीम कोर्ट से शुभारंभ किया गया। इस एप के जरिये पीडि़त व्यक्ति शिकायत दर्ज करा सकता है। बताया कि डाकियों के फोन में एप डाउनलोड करने के साथ उन्हें इसके संचालन का प्रशिक्षण दिया गया है। डाकियों की पहुंच गांव के अंतिम छोर पर रहने वाले व्यक्ति तक होती है। उनके माध्यम से हर व्यक्ति तक इस जानकारी को पहुंचाया जा सकता है। कार्यक्रम में हरीश लाल, पंकज रावत, पंकज पांडेय, हरीश जोशी, सुनील त्रिपाठी, दर्शन कैड़ा, वीके सिंह, रमेश तिवारी आदि मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी