रामनगर में पेयजल संकट के बीच घरों में लगे मोटर बढ़ा रहे जल संस्थान की परेशानी
रामनगर क्षेत्र में लोगों को पेयजल की किल्लत बनी हुई है। ऐसा नहीं है कि जल संस्थान द्वारा इसके लिए प्रयास नहीं किए गए हैं। वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में हो रही पेयजल आपूर्ति में घरों में चल रही पानी की मोटर बाधा बन रही है।
रामनगर, जागरण संवाददाता : एक सप्ताह से ज्यादा समय होने के बाद भी रामनगर क्षेत्र में लोगों को पेयजल की किल्लत बनी हुई है। ऐसा नहीं है कि जल संस्थान द्वारा इसके लिए प्रयास नहीं किए गए हैं। वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में हो रही पेयजल आपूर्ति में घरों में चल रही पानी की मोटर बाधा बन रही है। मोटर से पानी खींचने की वजह से कई क्षेत्र में पानी नहीं पहुंच रहा है। जिससे लोग आक्रोश जताने जल संस्थान कार्यालय पहुंच रहे हैं।
18 अक्टूबर को कोसी नदी में आई बाढ़ की वजह से जल संस्थान का बल्दियापड़ाव स्थित इंटेक वेल में सिल्ट, पत्थर व पेड की टहनियां भर गई थी। जिससे नगर क्षेत्र की पेयजल व्यवस्था बाधित हो गई थी। किसी तरह तरह तीन दिन बाद जल संस्थान ने दो इंच गोलाई के पाइप के जरिए नदी से पानी खींचने की व्यवस्था की। कम पानी खींचे जाने से पेयजल आपूर्ति भी एक ही टाइम व केवल पौन घंटा सुबह के समय की जा रही है। ताकि पेयजल किल्लत से जूझ रहे लोगों को कुछ राहत मिल सके।
अधिकांश लोग घरों में मोटर चलाकर टंकियों में स्टोर करने के लिए पानी खींच रहे हैं। मोटर चलने से सीमित सप्लाई से कई मोहल्लों में पानी नहीं पहुंच रहा है। जल संस्थान के अधिशासी अभियंता एमपी टम्टा ने कहा कि घरों में मोटर चलने से सभी को पानी देने का प्रयास अधूरा रह जा रहा है। सुबह के समय पानी खींचने वाले घरों की चेकिंग की जाएगी। जहां भी मोटर चलती मिलेगी, उस पर जुर्माना लगाकर मोटर कब्जे में ली जाएगी।