प्रियांशु मंगल को जेईई एडवांस में 117वीं रैंक, हल्द्वानी के चार छात्रों को मिली कामयाबी

प्रियांशु मंगल की कामयाबी से हर कोई गदगद है। उन्होंने बताया कि इंटरनेट मीडिया से दूर रहकर उन्होंने ये मुकाम पाया। मोशन एकेडमी कमलुवागांजा के प्रबंधक अखिलेश त्रिपाठी ने बताया कि उन्हें यकीन था कि प्रियांशु अच्छी रैंक से परीक्षा उत्तीर्ण करेगा।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 06:50 AM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 06:50 AM (IST)
प्रियांशु मंगल को जेईई एडवांस में 117वीं रैंक, हल्द्वानी के चार छात्रों को मिली कामयाबी
लावण्य तिवारी ने 5115वीं, भार्गव जोशी ने 5528वीं व प्रखर लोहुमी ने 7388वीं रैंक हासिल किया है।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: जेईई-एडवांस में हल्द्वानी के चार छात्रों ने सफलता पाई है। प्रियांशु मंगल ने 117वीं रैंक हासिल की है तो वहीं लावण्य तिवारी ने 5115वीं, भार्गव जोशी ने 5528वीं व प्रखर लोहुमी ने 7388वीं रैंक हासिल किया है। छात्रों की उपलब्धि पर स्वजनों के साथ ही कोचिंग संचालक भी खुश हैं। 

इंटरनेट मीडिया से दूर रहकर पाया मुकाम 
जेईई एडवांस में 117वीं रैंक हासिल करने वाले प्रियांशु मंगल की कामयाबी से हर कोई गदगद है। उन्होंने बताया कि इंटरनेट मीडिया से दूर रहकर उन्होंने ये मुकाम पाया। मोशन एकेडमी कमलुवागांजा के प्रबंधक अखिलेश त्रिपाठी ने बताया कि उन्हें यकीन था कि प्रियांशु अच्छी रैंक से परीक्षा उत्तीर्ण करेगा। कोविड-19 की पहली व दूसरी लहर में उन्होंने आनलाइन व आफलाइन कोचिंग कराई। 
पिता के सपने को किया साकार 
लावण्य तिवारी के पिता केएन तिवारी व्यापारी हैं। उन्होंने बेटे की पढ़ाई पर पूरा फोकस किया। लावण्य ने संकल्प कोचिंग इंस्टीट्यूट से जेईई एडवांस की कोचिंग ली और जेईई एडवांस पास कर पिता के सपनों को पंख लगा दिए। लावण्य ने बताया कि वह इलेक्ट्रिकल ट्रेड से इंजीनियङ्क्षरग करना चाहते हैं। उन्होंने निर्मला कॉन्वेंट स्कूल से इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की है। लावण्य की मां दीपा तिवारी गृहणी हैं। 
कोचिंग की पढ़ाई पर किया अमल 
भार्गव जोशी के पिता बालकृष्ण जोशी बैंक कर्मी हैं और माता पुष्पा जोशी गृहिणी हैं। उन्होंने दूसरे प्रयास में इंजीनियरिंग की परीक्षा अच्छी रैंक प्राप्त की है। भार्गव ने आर्यमान विक्रम बिड़ला स्कूल से 2020 में इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की। वह इलेक्ट्रिकल ट्रेड से आगे की पढ़ाई करना चाहते हैं। भार्गव ने बताया कि संकल्प कोचिंग में जो कुछ पढ़ाया जाता था, वह उसपर अमल करते थे।
आठ घंटे पढ़ाई कर पाई सफलता  
छात्र प्रखर लोहुमी के पिता भुवन चंद्र लोहुमी खाद्य मंत्रालय में कार्यरत हैं। मां तनुजा लोहुमी जीआइसी ईसाई नगर में अध्यापिका हैं। प्रखर ने निर्मला कॉन्वेंट स्कूल से इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की। उन्होंने संकल्प कोचिंग सेंटर के साथ ही घर में रोजाना 7 से 8 घंटे की पढ़ाई की। फेसबुक व अन्य इंटरनेट मीडिया से वह दूर रहे। 
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