इलाज के नाम पर जेब नहीं काट पाएंगे प्राइवेट कोविड अस्पताल, विभाग ने निर्धारित की इलाज की दरें

यदि आप भी किसी कोरोना संक्रमित का इलाज किसी प्राइवेट कोविड अस्पताल में कराने की सोच रहे हैं तो स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित दरों पर ही इलाज कराएं। इसके बावजूद यदि अस्पताल मनमाना शुल्क वसूलता है तो उपसर महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 10:19 AM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 10:19 AM (IST)
इलाज के नाम पर जेब नहीं काट पाएंगे प्राइवेट कोविड अस्पताल, विभाग ने निर्धारित की इलाज की दरें
स्वास्थ्य महकमे ने प्राइवेट कोविड अस्पतालों के लिए इलाज की दरें 27 अप्रैल को ही तय कर दी थी।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : कोरोना संक्रमितों के इलाज के नाम पर कोविड अस्पताल बनाए गए निजी अस्पताल जेब काटने से बाज नहीं आ रहे हैं। आईसीयू, ऑक्सीजन बेड, वेंटीलेटर सुविधा या जांच और ब्रांडेड दवाईयों के के नाम पर निर्धारित दर से अधिक वसूला जा रहा है। यदि आप भी किसी कोरोना संक्रमित का इलाज किसी प्राइवेट कोविड अस्पताल में कराने की सोच रहे हैं तो स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित दरों पर ही इलाज कराएं। इसके बावजूद यदि अस्पताल मनमाना शुल्क वसूलता है तो उपसर महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।

दो श्रेणियों में बंटे अस्पताल

स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आदेश में जिले के सभी कोविड अस्पतालों को दो श्रेणियों में बांटा गया है। पहली श्रेणी में एनएबीएच (अस्पताल और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के लिए राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड) से मान्यता प्राप्त व दूसरे में गैर एनएबीएच मान्यता प्राप्त अस्पताल शामिल हैं। जिले में एनएबीएच से मान्यता प्राप्त श्रेणी में ब्रिजलाल और सेंट्रलाल अस्पताल है। जबकि गैर मान्यता प्राप्त में कृष्णा अस्पताल, नीलकंठ अस्पताल, सांई अस्पताल, विवेकानंद अस्पताल, बांबे अस्पताल, सिद्धिविनायक अस्पताल, सुबह अस्पताल, एसके नर्सिंग होम, मां जगदंबा सुपरस्पेशिएलिटी अस्पताल और कल्याण अस्पताल शामिल हैं।

27 अप्रैल को दरें की गई थी जारी

शासन से मिले आदेश के क्रम में जिले में स्वास्थ्य महकमे ने प्राइवेट कोविड अस्पतालों के लिए इलाज की दरें 27 अप्रैल को ही तय कर दी थी। लेकिन दरें सार्वजनिक न हो पाने के कारण लोगों को यह पता ही नहीं था कि विभाग ने क्या दरें निर्धारित की है।

ये निर्धारित की गई हैं दरें (भर्ती होने से प्रतिदिन)

श्रेणी                                           हल्की बीमारी

आइसोलेशन बेड (ऑक्सीजन, सपोर्टिव केयर सहित)

एनएबीएच मान्यता प्राप्त                8000 रुपये (पीपीई किट के 1200 रुपये सहित)

गैर मान्यता प्राप्त                          6400 रुपये (पीपीई किट के 1200 रुपये सहित)

श्रेणी                                           गंभीर बीमारी                                          

                                                बिना वेंटीलेटर के आईसीयू  

एनएबीएच मान्यता प्राप्त             12000 रुपये (पीपीई किट के 2000 रुपये सहित)

गैर मान्यता प्राप्त                       10400 रुपये (पीपीई किट के 2000 रुपये सहित)

श्रेणी                                       अति गंभीर बीमारी                                        

                                             वेंटीलेटर के साथ आईसीयू  

एनएबीएच मान्यता प्राप्त           14400 रुपये (पीपीई किट के 2000 रुपये सहित)

गैर मान्यता प्राप्त                   12000 रुपये (पीपीई किट के 2000 रुपये सहित)

सीएमओ नैनीताल डा. भागीरथी जोशी ने बताया कि जिन प्राइवेट अस्पतालों को कोविड अस्पताल बनाया गया है उनमें संक्रमितों के इलाज की दरें निर्धारित की जा चुकी हैं। इससे अधिक और मनमानी वसूली करने वाले अस्पतालों के विरुद्ध आपदा एक्ट में कार्रवाई की जाएगी।

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