पूर्णागिरि धाम को ट्रस्ट बनाए जाने का पुजारियों ने किया विरोध, सीएम की पत्नी को सौंपा ज्ञापन

कहा कि इस समय लगभग 1200 से अधिक परिवार धाम में पूजा-अर्चना का कार्य कर रहे हैं। पुजारियों की 250 से भी अधिक धर्मशालाएं चल रही हैं जिससे स्थानीय लोगों की रोजी-रोटी के भी जुड़ी हुई है। सरकारी मेले का संचालन मेला प्रशासन व पुजारियों द्वारा ही किया जाता है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 05:42 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 05:42 PM (IST)
पूर्णागिरि धाम को ट्रस्ट बनाए जाने का पुजारियों ने किया विरोध, सीएम की पत्नी को सौंपा ज्ञापन
पूर्णागिरी धाम को ट्रस्ट बनाए जाने का विरोध करते हुए ट्रस्ट बनाए जाने की कार्रवाई स्थगित करवाने की मांग की।

जागरण संवाददाता, टनकपुर चम्पावत : मां पूर्णागिरि मंदिर समिति अध्यक्ष किशन तिवारी की अगुवाई में पुजारियों के  शिष्टमंडल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पत्नी गीता धामी से खटीमा में मुलाकात की। पुजारियों ने पूर्णागिरी धाम को ट्रस्ट बनाए जाने का विरोध करते हुए ट्रस्ट बनाए जाने की कार्रवाई स्थगित करवाने की मांग की।

पुजारियों का कहना था कि पूर्णागिरि धाम को ट्रस्ट बनाए जाने की कार्रवाई शासन स्तर पर की जा रही है। जिससे पुजारियों के साथ क्षेत्र के लोग खुश नहीं हैं। उन्होंने कहा कि इस समय लगभग 1200 से अधिक परिवार धाम में पूजा-अर्चना का कार्य कर रहे हैं। पुजारियों की 250 से भी अधिक धर्मशालाएं चल रही हैं, जिससे स्थानीय लोगों की रोजी-रोटी के भी जुड़ी हुई है। हर वर्ष सरकारी मेले का संचालन जिला पंचायत, मेला प्रशासन व पुजारियों द्वारा ही किया जाता है। जिससे तीर्थ यात्रियों को कोई असुविधा व शिकायत नहीं है।

वर्तमान में पुजारी वर्ग के विरोध व बिना आवश्यकता के ट्रस्ट बनाया जाना किसी भी प्रकार से उचित नहीं है। पुजारियों ने शासन स्तर पर देवस्थानम बोर्ड की तर्ज पर पूर्णागिरि ट्रस्ट के प्रस्ताव को निरस्त करने की की मांग उठाई है। ज्ञापन देने वालों में उपाध्यक्ष नीरज पांडेय, सचिव सुरेश तिवारी, नवीन तिवारी, महेश पांडेय, राजू तिवारी, मोहन पांडेय आदि मौजूद रहे।

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