सब्जियों की आवक कम होने से दाम में उछाल, आढ़तियों को तीन दिन में डेढ़ करोड़ का नुकसान

सब्जियों की आवक कम होने से उनके दाम में उछाल आ गया है। पहाड़ के लिए सप्लाई ठप होने का असर भी मंडी आढ़तियों पर पड़ा है। आढ़तियों का कहना है कि बरेली में जलभराव होने से शिमला मिर्च शुक्रवार को मंडी में नहीं पहुंची।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 10:54 AM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 10:54 AM (IST)
सब्जियों की आवक कम होने से दाम में उछाल, आढ़तियों को तीन दिन में डेढ़ करोड़ का नुकसान
आढ़तियों का कहना है कि बरेली में जलभराव होने से शिमला मिर्च शुक्रवार को मंडी में नहीं पहुंची।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : आपदा की मार फल व सब्जी आढ़तियों पर भी पड़ी है। तीन दिन में आढ़तियों को डेढ़ करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। सब्जियों की आवक कम होने से उनके दाम में उछाल आ गया है। पहाड़ के लिए सप्लाई ठप होने का असर भी मंडी आढ़तियों पर पड़ा है। आढ़तियों का कहना है कि बरेली में जलभराव होने से शिमला मिर्च शुक्रवार को मंडी में नहीं पहुंची। पदमपुरी, खुटियाखाल व भीमताल से आलू, टमाटर, गोभी मंडी में तक लाए गए। 
इन सब्जियों के बढ़े दाम (थोक रेट रुपये प्रतिकिलो)
सब्जी   पहले    अब 
टमाटर   45      55  
आलू    15      18
बीन     30      50
बंद गोभी 15      25 
फूल गोभी 30     40
पहाड़ पर मार्ग बंद होने से सब्जियां मंडी तक नहीं पहुंच सकी। न ही मंडी से पहाड़ को सप्लाई हुई। इस कारण आढ़तियों को डेढ़ करोड़ का नुकसान हुआ है। 
केशव दत्त पलडिया, लेखा निरीक्षक, आलू फल आढ़ती एसोसिएशन
सभी आढ़तियों के पास सब्जियां स्टाक थी। इन सब्जियों को पहाड़ व मैदानी क्षेत्रों में भेजना था। बारिश के चलते सब्जियां कहीं नहीं जा सकी। हमें करीब 50 हजार का नुकसान हुआ है। 
दुर्गा दत्त तिवारी, कनिष्ठ उपाध्यक्ष, आलू फल आढ़ती एसोसिएशन
आपदा ने बुरी तरह से कमर तोड़ दी है। पहाड़ को भेजने वाली सब्जियां आढ़त में ही सड़ गई। जिन्हें जानवरों को खिलाया जा रहा है। 
प्रेम मदान, कोषाध्यक्ष, आलू फल आढ़ती एसोसिएशन
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