अगले डेढ़ माह वृश्चिक राशि में रहेगी मंगल ग्रह की मौजूदगी, जानिए क्या होगा असर

शनिवार चार दिसंबर को मंगल ग्रह वृश्चिक राशि में प्रवेश कर गया। वृश्चिक व मंगल का साथ 16 जनवरी तक रहेगा। इस दौरान मंगल का असर सभी राशियों के जातकों के साथ देश-दुनिया पर पड़ेगा। ग्रह की चाल में बदलाव होने का असर मौसम पर भी दिखाई देगा।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 07:21 AM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 07:21 AM (IST)
अगले डेढ़ माह वृश्चिक राशि में रहेगी मंगल ग्रह की मौजूदगी, जानिए क्या होगा असर
अगले डेढ़ माह वृश्चिक राशि में रहेगी मंगल ग्रह की मौजूदगी, जानिए क्या होगा असर

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : शनिवार चार दिसंबर को मंगल ग्रह वृश्चिक राशि में प्रवेश कर गया। वृश्चिक व मंगल का साथ 16 जनवरी तक रहेगा। इस दौरान मंगल का असर सभी राशियों के जातकों के साथ देश-दुनिया पर पड़ेगा। ग्रह की चाल में बदलाव होने का असर मौसम पर भी दिखाई देगा। मंगल को जमीन, कर्जा, खून, सेना, पुलिस, गुस्सा व उत्साह का कारक ग्रह माना गया है। मंगल का प्रभाव शुभ फल दिलाता है।

राशियों पर दिखेगा अलग-अलग प्रभाव

मंगल के राशि परिवर्तन का शुभ प्रभाव मिथुन, कन्या व मकर राशि वाले लोगों पर पड़ेगा। इन राशि वालों की रोजगार, कारोबार के लिए अच्छा समय रहेगा। कर्क, कुंभ और मीन राशि वालों पर मंगल का मिला-जुला असर दिखेगा। यानी सफलता तो मिलेगी लेकिन खर्चा, मेहनत और भागदौड़ भी रहेगी। मेष, वृष, सिंह, तुला, वृश्चिक व धनु राशि वालों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी जा सकती है। ऐसे में सावधानी से काम लें।

हनुमानजी की पूजा करना फलदायी

मंगल का अशुभ प्रभाव कम करने के लिए लाल चंदन का तिलक लगाएं। लाल फूलों से हनुमान जी की पूजा करें। सिंदूर लगाएं। मंगलवार के दिन तांबे के बर्तन में अनाज भरकर हनुमान मंदिर में दान करना चाहिए। मसूर की दाल का दान कर सकते हैं। पानी इन उपायों की मदद से मंगल का अशुभ असर कम किया जा सकता है।

मंगल के साथ राहु का योग

श्री महादेव गिरि संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य डा. नवीन चंद्र जोशी ने बताया कि मंगल का अपनी खुद की स्वामित्व वाली राशि में आने से रियल एस्टेट व उद्योग जगत को तेजी प्रदान करेगा। देश की सुरक्षा पर पैसा खर्च होगा। प्रापर्टी खरीदी-बिक्री बढ़ेगी। जमीनों के दामों में अचानक उतार-चढ़ाव भी हो सकता है। मंगल व राहु का दृष्टि संबंध अंगारक योग बनाता है। इस योग की वजह से देश के कुछ हिस्सों में झगड़े, हिंसा, प्रदर्शन व सड़क हादसे होने की आशंका रहेगी। भूकंप, तूफान, भूस्खलन से नुकसान हो सकता है। हृदय की बीमारी, रक्तचाप की बीमारी बढऩे साथ चोट, जलने जैसी घटनाएं हो सकती है।

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