छठी से 12वीं के स्कूल दो अगस्त से खोलने की तैयारी, संचालकों को एसओपी का इंतजार

प्रदेश सरकार ने कक्षा छह से 12वीं के स्कूलों को दो अगस्त से खोलने का फैसला लिया है। कोरोना की पहली लहर के बाद पिछले साल नवंबर में कुछ दिनों के लिए सीमित कक्षाओं को खोला गया था। तब कक्षाओं में बच्चों की संख्या सीमित थी।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 07:41 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 07:41 AM (IST)
छठी से 12वीं के स्कूल दो अगस्त से खोलने की तैयारी, संचालकों को एसओपी का इंतजार
छठी से 12वीं के स्कूल दो अगस्त से खोलने की तैयारी, संचालकों को एसओपी का इंतजार

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : प्रदेश सरकार ने कक्षा छह से 12वीं के स्कूलों को दो अगस्त से खोलने का फैसला लिया है। कोरोना की पहली लहर के बाद पिछले साल नवंबर में कुछ दिनों के लिए सीमित कक्षाओं को खोला गया था। तब कक्षाओं में बच्चों की संख्या सीमित थी। अब फिर स्कूल खोलने की तैयारी है। निजी स्कूल संचालकों ने विद्यालय खोलने का के फैसले का स्वागत किया है। हालांकि स्कूलों को कक्षाएं संचालित करने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया यानी एसओपी का इंतजार है। दूसरी ओर पढ़ाई बाधित होने से चिंतित अभिभावक स्कूल खुलने का तो इंतजार कर रहे हैं, लेकिन कोरोना की तीसरी लहर का डर भी बना हुआ है।

स्कूल बसें आरटीओ में सरेंडर

प्राइवेट स्कूल संचालकों का कहना है कि शासन व शिक्षा विभाग एसओपी जारी करे तो स्कूल अपने स्तर से तैयारी करें। विद्यालय अपनी ओर से तैयार हैं। हालांकि ट्रांसपोर्ट शुरू होने में पांच सात दिन का समय लग सकता है। इस समय अधिकांश स्कूलों के वाहन आरटीओ में सरेंडर हैं। एसओपी के आधार पर स्कूल वाहनों को रोड पर लाने की तैयारी करेंगे।

स्कूल खुलना शिक्षक व बच्चों दोनों के हक में बेहतर है। हालांकि तीसरी लहर का डर भी है। फिर भी हमें एसओपी का इंतजार है। उसी के आधार तैयारी की जाएगी।

-मीना सती, उप प्रधानाचार्य बीरशिवा स्कूल

स्कूल खोलने का फैसला अच्छा है। ऑनलाइन पढाई तो हो रही लेकिन पढ़ाई में स्कूल व कक्षा का माहौल भी काफी कुछ सिखाता है। एसओपी के अनुसार तैयारी करेंगे।

-पीएस अधिकारी, प्रधानाचार्य शिवालिक स्कूल

कक्षाओं का संचालन कैसे होंगे। कितने शिफ्ट में स्कूल खुलेंगे। परिवहन की क्या स्थिति रहेगी, अभी स्पष्ट नहीं है। एसओपी जल्दी आए तो तैयारी का अधिक समय मिलेगा।

-कैलाश भगत, अध्यक्ष पीएसए हल्द्वानी

स्कूल व कक्षाओं के संचालन को लेकर एसओपी नहीं आई है। शासन व विभाग से प्राप्त होने वाली एसओपी के आधार पर निजी व सरकारी स्कूलों का संचालन कराया जाएगा।

-एचके मिश्र, बीईओ हल्द्वानी

अभिभावक बोले

पहले बच्चों को वैक्सीन लगाने पर जोर दिया जाए। बच्चों की पढ़ाई के साथ उनका स्वास्थ्य भी बहुत बड़ा विषय है। वैक्सीन के बाद कड़े निर्देशों के बाद स्कूल खोले जाएं।

-पं. एमएम जोशी, संयोजक अभिभावक संघर्ष समिति

बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इस कारण बच्चों को स्कूल भेजना चाहते हैं। बच्चों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाए। कोविड संक्रमण न फैले ऐसा प्रबंध हो।

-प्रिया गुप्ता, अभिभावक

सरकार एक तरफ तीसरी लहर के लिए चेता रही, दूसरी ओर स्कूल खोल रही। बिना वैक्सीन लगे बच्चों को स्कूल भेजने में डर तो है। बच्चों की जिम्मेदारी कौन लेगा।

-गीता बल्यूटिया, पार्षद

शुरुआत में 10 से 12वीं की कक्षाओं को खोला जाना चाहिए। एक माह बाद स्थिति को देखकर आगे निर्णय लेना चाहिए। ऐसे समय तीसरी लहर आई तो स्थिति डरावनी होगी।

-भुवन सांगुड़ी, अभिभावक

chat bot
आपका साथी