Corbett National Park : ढिकाला और बिजरानी जोन खोलने की तैयारी शुरू, बुकिंग के लिए एक सप्ताह में खुलेगी वेबसाइट
Corbett National Park जंगल सफारी करने की हसरत रखने वालों के लिए अच्छी खबर है। मानसून सीजन शुरू होने के बाद से बंद कार्बेट नेशनल पार्क को अब फिर से खोलने की तैयारी शुरू हो गई है।
रामनगर, जागरण संवाददाता : Corbett National Park : जंगल सफारी करने की हसरत रखने वालों के लिए अच्छी खबर है। मानसून सीजन शुरू होने के बाद से बंद कार्बेट नेशनल पार्क को अब फिर से खोलने की तैयारी शुरू हो गई है। सीटीआर के दो प्रमुख जोन बिजरानी और ढिकाला को खोलने की तैयारी तेजी से चल रही है। जंगल में बारिश से क्षतिग्रस्त हो चुकी कच्ची सड़कों को चलने लायक बनाया जा रहा है। अगले सप्ताह पर्यटकों की ऑनलाइन बुकिंग के लिए वेबसाइट भी खुल जाएगी।
कार्बेट पार्क का ढिकाला जोन 15 जून से 14 नवंबर तक पर्यटकों के लिए बंद है। बिजरानी पर्यटन जोन भी 30 जून से 14 अक्टूबर तक पर्यटकों के लिए बंद हो गया था। नाइट स्टे की सुविधा भी 15 नवंबर से बंद हो जाती है। क्योंकि बरसात में जंगल के भीतर नदी नाले उफान पर आ जाते हैं। ऐसे में कच्ची सड़क क्षतिग्रस्त हो जाती है। जिस वजह से पर्यटकों की सुरक्षा को खतरा बना रहता है।
अब 15 अक्टूबर से बिजरानी जोन व 15 नवंबर से ढिकाला पर्यटन जोन व नाइट स्टे खुल जाएगा। इन पर्यटन जोन में सफारी व नाइट स्टे की एडवांस ऑनलाइन बुकिंग के लिए अगले सप्ताह से वेबसाइट खुल जाएगी। कार्बेट के भीतर सफारी के जो रूट बारिश से खराब हो चुके हैं। उन्हें ठीक करने का काम शुरू हो गया है। कार्बेट के निदेशक राहुल ने बताया कि अगले सप्ताह से वेबसाइट खोल दी जाएगी। जिससे यहां आने वाले पर्यटक ऑनलाइन एडवांस बुकिंग कर सकेंगे।
ढिकाला जल्द खोलने का नहीं आया आदेश
कोविड की वजह से नुकसान होने का हवाला दे रहे पर्यटन कारोबारी ढिकाला जोन व नाइट स्टे एक माह पहले 15 अक्टूबर से खोलने की मांग कर रहे हैं। लेकिन शासन की ओर से अभी तक इस संबंध में कोई दिशा निर्देश कार्बेट के अधिकारियों को नहीं मिले हैं। बता दें कि ढेला, झिरना और गर्जिया में पूरे साल डे विजिट की व्यवस्था की गई है।
कोरोना से हुआ करोड़ो का नुकसान
कॉर्बेट में हर साल नौ लाख से अधिक देसी और दस हजार से अधिक विदेशी पर्यटक भ्रमण के लिए आते हैं। लेकिन कोरोना के चलते दो बाद पार्क को बंद करने की नौबत आ चुकी है। पार्क प्रशासन के अनुसार इससे कार्बेट पार्क के राजस्व को 15 से 20 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है।