चकरपुर स्टेडियम के लिए डीपीआर की तैयारी, 300 खिलाडिय़ों को मिलेगी राहत
चकरपुर वन रेंज की डेढ़ एकड़ भूमि खेल विभाग के नाम हो गई। इस पर स्टेडियम निर्माण के लिए आगे की कार्रवाई भी शुरू हो गई है। स्टेडियम बनने से करीब 300 खिलाडिय़ों को इसका लाभ मिलेगा। इसमें अधिकतर खिलाड़ी फुटबाल के होंगे।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : पांच साल से खटीमा में स्पोट््र्स स्टेडिय बनने की जद्दोजहद अंत में खत्म हुई। चकरपुर वन रेंज की डेढ़ एकड़ भूमि खेल विभाग के नाम हो गई। इस पर स्टेडियम निर्माण के लिए आगे की कार्रवाई भी शुरू हो गई है। स्टेडियम बनने से करीब 300 खिलाडिय़ों को इसका लाभ मिलेगा। इसमें अधिकतर खिलाड़ी फुटबाल के होंगे।
खटीमा ब्लॉक के ग्राम चकरपुर में स्पोट््र्स स्टेडियम निर्माण के लिए पांच साल से प्रक्रिया चल रही थी। कई अड़चनों को दूर करते हुए स्टेडियम निर्माण की हरी झंडी मिल गई है। वर्ष 2016 में खटीमा में स्पोट््र्स स्टेडियम बनाने की मांग हुई तो इसकी जिम्मेदारी जिला युवा कल्याण को को सौंपी गई थी। भूमि की उपलब्धता न होने से इसके लिए चकरपुर वन चेतना केंद्र के डेढ़ हेक्टेयर भूमि चयनित की गई। वन विभाग की भूमि हस्तांतरण को लेकर एक साल तक कागजात पूरी करने और औपचारिकताएं पूरी नहीं हो सकीं। इसके बाद जिला युवा कल्याण विभाग ने स्टेडियम बनाने की फाइल जिला खेल विभाग को हस्तांतरित कर दी।
वर्ष 2017-18 से जिला खेल विभाग खटीमा में स्पोट््र्स स्टेडियम बनाने को लेकर पत्राचार आरंभ किया। बीच में कई समस्याएं आईं। इसमें कहीं डिजिटल मैप फेल हुआ तो कहीं कुछ अड़चनें आईं। अंतिम दौर में चकरपुर स्टेडियम के लिए वन चेतना केंद्र में डेढ़ हेक्टेयर भूमि खेल विभाग के नाम दर्ज हो गई है। इसके बदले बदले चकरपुर वन प्रभाग को पौड़ी जनपद के थैलीसैंड़ में तीन हेक्टेयर भूमि दी दे दी गई है। इस भूमि पर वन विभाग को पौधे रोपने एवं उन पौधों के 10 सालों तक संरक्षण के लिए क्षतिपूर्ति राशि 22 लाख 77 हजार छह रुपये भी खेल विभाग की ओर से दे दी गई। कार्यदायी संस्था को डीपीआर बनाने के निर्देश दिए गए हैं। जिसके बाद बजट स्वीकृत होगा। हालांकि सीएम ने चकरपुर स्टेडियम के लिए सात करोड़ रुपये की घोषणा भी की है।
ये निर्माण होंगे
स्टेडियम के लिए सबसे पहले बाउंड्री वाल, 200 मीटर का ट्रैक, ङ्क्षसगल कोर्ट, इनडोर हाल, कार्यालय, चेंङ्क्षजग रूम, शौचालय महिला एवं पुरूष आदि।
जिला क्रीड़ा अधिकारी रसिका सिद्दीकी ने बताया कि वन भूमि के हस्तांतरण में बहुत अधिक औपचारिकताएं होाती हैं। कई बार दस्तावेज में गड़बड़ी मिलने पर वापस भेजा गया। फाइल तैयार करने में काफी समय लगा। खटीमा में स्टेडियम बनने से खिलाडिय़ों को राहत मिलेगी। वहां फुटबाल के अच्छे खिलाड़ी हैं। भविष्य में उन्हें इसका लाभ अच्छा मिलेगा।