चम्पावत में पीआरडी स्वयं सेवकों ने उठाई मानदेय बढ़ाने की मांग, मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
सरकार उपनल आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता जल संस्थान कर्मी अतिथि शिक्षक होमगार्ड आदि कार्मिकों की समस्याओं के समाधान के लिए लगातार कार्य कर रही है। लेकिन प्रांतीय रक्षक दल स्वयं सेवकों की ओर सरकार का ध्यान नहीं है। स्वयं सेवक कई बार मुख्यमंत्री के सम्मुख अपनी मांग रख चुके हैं।
जागरण संवाददाता, चम्पावत : प्रांतीय रक्षक दल स्वयं सेवकों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर मानदेय बढ़ाए जाने की मांग की है। उनका कहना है कि प्रदेश में प्रान्तीय रक्षक दल स्वयं सेवकों की संख्या 9500 के आस-पास है। लेकिन उनकी समस्याओं के समाधान की दिशा में सरकार द्वारा कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है।
कहा है कि सरकार द्वारा प्रदेश के विभिन्न विभागों, कार्यालयों, सार्वजनिक उपक्रमों, स्वायत्त सेवाओं व निगमों आदि में आउट सोर्सिग के तहत प्रांतीय रक्षक दल के स्वयं सेवक अल्प मानदेय में तैनात किए गए हैं। सरकार उपनल, आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, जल संस्थान कर्मी, अतिथि शिक्षक, होमगार्ड आदि कार्मिकों की समस्याओं के समाधान के लिए लगातार कार्य कर रही है। लेकिन प्रांतीय रक्षक दल स्वयं सेवकों की ओर सरकार का ध्यान नहीं है। जबकि स्वयं सेवक कई बार मुख्यमंत्री के सम्मुख अपनी मांग रख चुके हैं।
ज्ञापन में विभिन्न विभागों, कार्यालयों, सार्वजनिक उपक्रमों, संस्थाओं व निगमों में कार्यरत स्वयं सेवकों को न्यूनतम 21 हजार देने की मांग की गई है। कहा है कि शीघ्र कार्यवाही न होने की दशा में पीआरडी जवान आंदोलन के लिए मजबूर हो जाएंगे। ज्ञापन भेजने वालों में रमेश चंद्र जोशी, सुरेश चंद्र, घनश्याम जोशी, विनोद नेगी, त्रिलोचन, कमल कापड़ी, रवि जोशी, नारायण राम, दीपक कुमार, आनंद प्रसाद, सुरेश कुमार आदि शामिल रहे।