Kumaon Weather News Update : एक और पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना, जानें कुमाऊं पर कितना रहेगा प्रभाव
Kumaon Weather News Update कुमाऊं में बुधवार को अधिकांश स्थानों पर आंशिक बादलों के बीच धूप खिली रही। मौसम विभाग ने अगले दो दिन कुमाऊं में मौसम शुष्क रहने की संभावना जताई है। चम्पावत जिले में दोपहर के बाद हल्के बादल छा सकते हैं।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : Kumaon Weather News Update : कुमाऊं में बुधवार को अधिकांश स्थानों पर आंशिक बादलों के बीच धूप खिली रही। मौसम विभाग ने अगले दो दिन कुमाऊं में मौसम शुष्क रहने की संभावना जताई है। चम्पावत जिले में दोपहर के बाद हल्के बादल छा सकते हैं। मौसम विभाग ने 23 अक्टूबर को पर्वतीय जिलों में कहीं कहीं पर आंशिक बादल छाने व 24 अक्टूबर को कुछ जगह बूंदाबांदी या गरज के साथ बौछार पड़ सकती है।
कुमाऊं पर मुसीबत बनकर बरसे आफत रूपी बादलों के छंटने से निकली धूप के बाद कुमाऊं में तापमान में सुधार हुआ है। बुधवार को हल्द्वानी का अधिकतम तापमान 23.7 डिग्री व न्यूनतम 20.7 डिग्री रहा। नैनीताल का अधिकतम तापमान 21.9 डिग्री व न्यूनतम 14.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र निष्क्रिय हो गया है। 22 अक्टूबर को एक नया पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है। 23 अक्टूबर तक इसके उत्तर पश्चिमी भारत तक पहुंचने की उम्मीद है। इससे कुमाऊं में कहीं कहीं पर हल्की से बहुत हल्की बारिश देखने को मिल सकती है।
ओएफसी जोडऩे पैदल चल रहे बीएसएनलकर्मी
आपदा में संचार सेवाएं बाधित हुई हैं। पर्वतीय क्षेत्रों के अधिकांश स्थानों पर दूरसंचार सेवा भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के भरोसे है। विशेषकर पर्वतीय जिलों के कई हिस्सों में मोबाइल, इंटरनेट, लैंडलाइन व ब्राडबैंड सेवा बहाल नहीं हो पाई है। नैनीताल दूरसंचार परिमंडल के सहायक महाप्रबंधक एलएम तिवारी ने बताया कि अल्मोड़ा जिले के लमगड़ा व शहरफाटक के बीच सड़क बह जाने से आप्टिकल फाइबर केबल (ओएफसी) टूटी है। कई अन्य जगह भी ओएफसी टूटी है। सड़कें बंद होने से कर्मचारियों को पैदल चलकर फाल्ट तलाशने व उसे जोडऩे में मशक्कत करनी पड़ रही। तिवारी ने बताया कि कई क्षेत्रों में संचार सेवा बहाल हो चुकी है। गुरुवार तक सभी जगहों पर संचार सेवा बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है। कुमाऊं में बीएसएनएल के करीब पांच लाख मोबाइल, 20 हजार लैंडलाइन व ब्राडबैंड उपभोक्ता हैं।