गरीब दिव्यांग के परिवार को जागरण में खबर छपने के बाद नसीब हुआ सरकारी राशन
दिव्यांग ताराराम के परिवार को अब सरकारी राशन नसीब हो सकेगा। महीनों से विभागों के चक्कर काट थक चुके इस गरीब की पीड़ा को जागरण ने प्रमुखता से उठाया तो अधिकारी हरकत में आए। दिव्यांग ताराराम को सात यूनिट खाद्यान्न उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
सोमेश्वर (अल्मोड़ा) जागरण संवाददाता : दिव्यांग ताराराम के परिवार को अब सरकारी राशन नसीब हो सकेगा। महीनों से विभागों के चक्कर काट थक चुके इस गरीब की पीड़ा को 'जागरण' ने प्रमुखता से उठाया तो अधिकारी हरकत में आए। ऑनलाइन न होने ने से निरस्त किए गए कार्ड का पंजीयन कर पूर्ति निरीक्षक ने संबंधित सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेता को दिव्यांग ताराराम को सात यूनिट खाद्यान्न उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
ताकुला ब्लॉक क्षेत्र में ऑनलाइन पंजीकरण न कराए जाने से 672 गरीब परिवारों के कार्ड निरस्त कर दिए गए हैं। इससे जरूरमंदों को सरकारी राशन मिलना बंद हो गया है। इनमें तहसील के निरई गांव निवासी दिव्यांग ताराराम का परिवार भी शामिल था। वह रोज ग्राम पंचायत अधिकारियों व पूर्ति विभाग के चक्कर काटता रहा। मगर किसी ने नहीं सुनीं।
इधर नौ जून के अंक में 'दैनिक जागरण' ने गरीबों से जुड़े इस ज्वलंत मुद्दे को प्रमुखता से उठाया। खबर का संज्ञान ले पूर्ति विभाग ने कार्यवाही शुरू की। पूर्ति निरीक्षक प्रेमा बिष्टï ने दिव्यांग ताराराम के अंत्योदय राशन कार्ड का ऑनलाइन पंजीकरण कराया। साथ ही रनमन स्थित राशन विक्रेता ललित राम को ताराराम को सात यूनिटों के अनुसार खाद्यान्न देने का निर्देश दिया। पूर्ति विभाग के इस कदम से शेष 671 गरीबों के राशनकार्डों के निस्तारण की भी उम्मीद जगी है। ताराराम व उसके परिवार ने समस्या से निजात दिलाने पर 'दैनिक जागरण' को धन्यवाद कहा।
पूर्ति निरीक्षक प्रेमा बिष्ट ने बताया कि हमारा प्रयास है कि प्रत्येक गरीब परिवार तक राशन पहुंच जाए। दिव्यांग ताराराम के सभी सात यूनिटों का ऑनलाइन पंजीयन करा दिया है। उसे राशन उपलब्ध होने लगा है। शेष मामलों का भी जल्द निस्तारण कर लिया जाएगा।
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