ठगी के बाद साइबर सेल ने लौटाई धनराशि, तीन मामलों में पीड़ितों को मिले 111,501 रुपये
जिले की साइबर सेल भी तत्परता से कार्य कर रही है। साइबर सैल के मोबाइल नंबर 8171200003 पर समय पर साइबर ठगी की सूचना मिलने के बाद बैंक खाते से कटे पैसे वापस लौटाने की प्रक्रिया जारी है। सेल की ओर से तीन लोगों के 111501 रुपये वापस कराए गए।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: लोगों को झांसा देकर उनके बैंक खाते से ठगी के मामले आम हो गए हैं। जिसमें जिले की साइबर सेल भी तत्परता से कार्य कर रही है। साइबर सैल के मोबाइल नंबर 8171200003 पर समय पर साइबर ठगी की सूचना मिलने के बाद बैंक खाते से कटे पैसे वापस लौटाने की प्रक्रिया जारी है। जिसमें साइबर सेल की ओर से तीन लोगों के बैंक खाते से काटे गए 111501 रुपये वापस कराए गए। साइबर सेल टीम में निरीक्षक सुधीर कुमार, उप निरीक्षक मो. युनुस, उमेश रजवार, अरविंद बिष्ट, अशोक रावत, सुरेश चंद, उमेश सती शामिल हैं।
वर्तमान में साइबर ठग नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। पहले एटीएम नंबर व पिन जानकर पैसा उड़ा लेते हैं। पर अब खाता बंद होने, एलआइसी पॉलिसी का पैसा दिलाने व अन्य माध्यमों से झांसे में लेकर लोगों को ठग रहे हैं। इसी क्रम में आपकी किसी समस्या पर आपके मोबाइल में ठग अपना एप डाउनलोड करवाते हैं ऐसा करने पर आपके मोबाइल का एक्सेस उनके पास या डाटा ट्रांसफर हो जाता है। इसके बाद ठग पल भर में आपका एकाउंट खाली कर देते हैं। यदि आप सतर्कता बरतते हुए समय से पुलिस को मामले की जानकारी देते हैं तो पैसेे वापसी की उम्मीद रहती है।
---केस एक---
मुखानी थाना क्षेत्र के जीतपुर निगल्टिया लामाचौड़ निवासी धीरज सिंह रावत ने आनलाइन जॉब फ्राड में 70 हजार रुपये गंवा दिए। पांच मई को शिकायत दर्ज कराने के बाद संपूर्ण धनराशि 70000 शिकायतकर्ता के खाते में वापस लौटाई।
---केस दो---
लालकुआं थाना निवासी वैशाली दुर्गापाल ने बीते 28 मई को आनलाइन आर्डर कैंसिल करने के नाम पर 33996 रुपये धनराशि ठगी की शिकायत की। जिसमें साइबर सेल ने 17501 रुपये खाते में वापस लौटाने में सफलता प्राप्त की।
---केस तीन---
हल्द्वानी के छड़ायल निवासी मोहित कांडपाल ने 24 मई को सिम पोर्ट कराने के एवज में अपने क्रेडिट कार्ड की डिटेल शेयर कर दी। ठगों ने खाते से 50 हजार की धनराशि निकाल ली। साइबर सेल के प्रयास से 24 हजार रुपये की धनराशि शिकायतकर्ता के खाते में वापस लौटाई गई।
Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें