चीन सीमा गुंजी में सीजनल थाना खोलने पुलिस कर्मी रवाना, 10,500 फीट की ऊंचाई पर खुलेगा थाना

मानसरोवर यात्रा के प्रमुख पड़ाव और भारत चीन व्यापार की मंडी साढ़े दस हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित गुंजी में पुलिस थाना संचालित होता है। जून माह से अक्टूबर तक संचालित होने वाले थाने के लिए पुलिस दल भेजा जाता है। जिसमें एक थानाध्यक्ष सहित अन्य स्टाफ रहता है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 11:00 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 11:00 PM (IST)
चीन सीमा गुंजी में सीजनल थाना खोलने पुलिस कर्मी रवाना, 10,500 फीट की ऊंचाई पर खुलेगा थाना
प्रतिवर्ष खुलने वाले सीजनल थाना संचालन के लिए पुलिस कर्मियों का दल रवाना हो चुका है।

जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़ : उच्च हिमालय में व्यास घाटी में गुंजी में प्रतिवर्ष खुलने वाले सीजनल थाना संचालन के लिए पुलिस कर्मियों का दल रवाना हो चुका है। पुलिस कर्मियों के गुंजी पहुंचते ही थाना कार्य करने लगेगा। यहां पर काम करना कठिन होता है। क्योंकि इतनी ऊंचाई पर मौसम काफी खराब रहता है। पर गांव वालों की समस्या व सुरक्षा को देखते हुए हर साल यहां इतनी ऊंचाई पर थाना स्थापित किया जाता है।

प्रतिवर्ष कैलास मानसरोवर यात्रा के प्रमुख पड़ाव और भारत चीन व्यापार की मंडी साढ़े दस हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित गुंजी में पुलिस थाना संचालित होता है। जून माह से अक्टूबर तक संचालित होने वाले इस थाने के लिए पुलिस दल भेजा जाता है। जिसमें एक थानाध्यक्ष सहित अन्य स्टाफ शामिल रहता है। इस वर्ष कोविड के चलते कैलास मानसरोवर यात्रा और भारत चीन व्यापार संचालित नहीं होने से थाना मध्य जून के बाद खुल रहा है। स्थानीय जनता बीते दिनों से ही थाना खोलने की मांग कर रही थी।

गुरुवार को जिला मुख्यालय से गुंजी थाने में तैनात पुलिस स्टाफ रवाना हो चुका है। इसके लिए पुलिस और संचार विभाग से विभिन्न अधिकारी और कर्मचारी तैनात किए गए हैं। इस दल को जिलाधिकारी आनंद स्वरूप और पुलिस अधीक्षक सुखबीर सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इससे पूर्व डीएम और एसपी ने पुलिस दल को ब्रीफ किया और इस मौके पर स्लीपिंग बैग, कैरम बोर्ड, खेल सामग्री, ड्राईफ्रूट और अन्य आवश्यक सामग्री प्रदान की गई। जो खराब मौसम में उनका ख्याल रखेगी। गुंजी थाने में तैनात पुलिस जवानों को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए कर्तव्य का निर्वहन करने को कहा गया। साथ ही उच्च हिमालय में ड्यूटी के दौरान किसी तरह की परेशानी होने पर तत्काल सहायता पहुंचाने का भरोसा दिलाया गया। किसी भी प्रकार की आपदा होने पर स्थानीय लोगों की हर संभव मदद करने को कहा गया।

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें

chat bot
आपका साथी