लगातार फायर झोंक कर दो भाइयों की हत्या मामले में भी सीमा विवाद में उलझी रही पुलिस
दोपहर डेढ़ बजे हुई ताबड़तोड़ फायरिंग से प्रीतनगर दहल गया। घटना की सूचना हर किसी ने अपने माध्यम से पुलिस को दी लेकिन पुलिस प्रीत नगर व प्रीत विहार में ऐसी उलझी कि घटनास्थल तक पहुंचने में एक घंटा लग गया। तब तक एक शव मौके पर ही पड़ा रहा।
रुद्रपुर, जागरण संवाददाता : दोपहर डेढ़ बजे हुई ताबड़तोड़ फायरिंग से प्रीतनगर दहल गया। घटना की सूचना हर किसी ने अपने माध्यम से पुलिस को दी, लेकिन पुलिस प्रीत नगर व प्रीत विहार में ऐसी उलझी कि घटनास्थल तक पहुंचने में एक घंटा लग गया। तब तक एक शव मौके पर ही पड़ा रहा।
मंगलवार को एक के बाद एक ताबड़तोड़ फायरिंग से पूरा क्षेत्र दहल गया। योजनाबद्ध तरीके से आरोपित द्वारा पांच फायर झोंक जता दिया कि उनका दोनों भाइयों को बक्शने का कोई इरादा नहीं है। मौके पर 315 बोर के पांच खोखे भी बरामद हो गए। गोली दोनों भाइयों को पास से सटाकर मारी गई थी, जिससे उनके बचने की कोई गुंजाइश नहीं थी।
मृतक के स्वजनों ने घटनास्थल पर पहुंचने के बाद सांस चलती देख तो गुरपेज को बचाने का प्रयास किया, लेकिन वे कामयाब नहीं हो सके। पुलिस को सूचना समय से हो गई, लेकिन घटनास्थल पर पहुंचने में उसेे एक घंटे से भी अधिक लग गए। इससे हत्यारोपित को सपरिवार कार से भागने का पूरा मौका मिल गया। उसके जाने के भी काफी देर के बाद पुलिस मौके पर पहुंची।
पुलिस को क्षेत्र के भौगोलिक परिस्थितियों की जानकारी होती तो वह न प्रीतनगर व प्रीत विहार के फेर में उलझती और न हत्यारोपित को भागने का मौका ही मिलता। पुलिस अधिकारी भी सीधे प्रीतनगर पहुंचने की जगह लंका से होते हुए उलटे रास्ते से घटनास्थल तक पहुंचे। जबकि रामनगर गांव से सीधे प्रीतनगर मिनटों में पहुंचा जा सकता था।
फारेंसिक टीम ने जुटाए साक्ष्य
घटना की सूचना पर फारेंसिक टीम भी मौके पर पहुंच गई। टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए। टीम ने मौके पर पड़े शव की फोटोग्राफी के साथ ही खून के नमूने और मौके पर मिले कारतूस की फोटोग्राफी कर सभी सामग्री सील कर दी।
किच्छा, पंतनगर, ट्रांजिट कैंप की पहुंची फोर्स
डबल मर्डर की सूचना के बाद हंगामे के आसार को देखते पुलिस सतर्क थी। इसके चलते रुद्रपुर पुलिस के साथ ही किच्छा कोतवाली, पंतनगर, ट्रांजिट कैंप थाने की फोर्स भी घटनास्थल पर पहुंच गई। इस दौरान स्थिति भी बिगड़ी, लेकिन एसपी सिटी ममता वोहरा ने सब संभाल लिया।
Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें