आख‍िरकार पुल‍िस ने मानी हार, चंदन हत्याकांड की फाइल बंद, पढ़ें पूरा मामला

चंदन बजवाल हत्याकांड का खुलासा करने में आखिरकार पुलिस ने हार मान ली है। लंबी जांच के बाद पुलिस ने हत्या की फाइल अंतिम रिपोर्ट लगाकर बंद कर दी है। 24 फरवरी 2019 की रात पश्चिमी खेड़ा गौलापार निवासी चंदन सिंह बजवाल (67) की हत्या कर दी गयी थी।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 06:15 AM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 06:15 AM (IST)
आख‍िरकार पुल‍िस ने मानी हार, चंदन हत्याकांड की फाइल बंद, पढ़ें पूरा मामला
चंदन हत्याकांड की फाइल बंद कर दी गई है।

हल्द्वानी, जेएनएन : गौलापार के प्रतिष्ठित किसान चंदन बजवाल हत्याकांड का खुलासा करने में आखिरकार पुलिस ने हार मान ली है। लंबी जांच के बाद पुलिस ने हत्या की फाइल अंतिम रिपोर्ट लगाकर बंद कर दी है। 24 फरवरी 2019 की रात पश्चिमी खेड़ा गौलापार निवासी चंदन सिंह बजवाल (67) की हत्या कर दी गयी थी। वह रात में खाना खाकर टहलने के लिए घर से निकले थे। देर रात परिजनों की तलाश में घर के नजदीक स्थित नलकूप के पास चंदन का शव मिला। अगले दिन पोस्टमार्टम में गला घोंटकर चंदन की हत्या की पुष्टि हुई थी। तब से पुलिस हत्यारों का पता लगाने में जुटी रही। शुरुआत में पुलिस को जल्द हत्याकांड से पर्दा उठाने की उम्मीद थी। जैसे-जैसे समय बीतता गया और अपराधी नहीं पकड़े गए तो पुलिस की दिक्कतें भी बढ़ती चली गयी। धीरे-धीरे पुलिस की जांच किसान के परिवार, घर के आसपास रहने वाले व आने-जाने वाले लोगों पर टिककर रह गयी। पुलिस ने कुछ संदिग्धों के मोबाइल भी कब्जे में लेकर जांच के लिए फारेंसिक लैब भेजे। पुलिस को उम्मीद थी कि मोबाइल की जांच से कुछ सुराग हाथ लगेगा। लेकिन इसमें भी कामयाबी नहीं मिली। 

पालीग्राफ टेस्ट में भी कुछ नहीं मिला

अब पुलिस ने न्यायालय से संदिग्धों का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की अनुमति मांगी। पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए सात लोगों को चिह्नित किया गया। न्यायालय से अनुमति मिलने पर पुलिस ने सीबीआइ दिल्ली से पालीग्राफ टेस्ट कराने के लिए कहा। पिछले साल सातों लोगों का पालीग्राफ टेस्ट भी हो गया और इसकी रिपोर्ट ने पुलिस को मायूस कर दिया। आखिरकार पुलिस ने थक हारकर चंदन हत्याकांड में फाइनल रिपोर्ट लगाकर फाइल बंद कर दी है। 

पुलिस ने कई संदिग्धों को चिह्नित कर पूछताछ की। इसके अलावा सात लोगों का पालीग्राफ टेस्ट व मोबाइल की जांच भी करायी गयी। इसके बाद भी हत्यारे का पता नहीं लगने पर चंदन की हत्या की लाइल बंद कर दी गयी है। -नंदन सिंह रावत, थानाध्यक्ष, काठगोदाम

chat bot
आपका साथी