रामनगर में चोरी करने वाले चार चोरों को पुलिस ने पकड़ा, कई मामलों का हुआ खुलासा
आरोपितों ने बताया कि वह रामनगर में ही ग्राम तेलीपुरा नई बस्ती में पाल्ट्री फार्म में काम करते हैं। महिपाल ने चोरी करने में अपने साले जिला संभल तहसील चंदोसी थाना बनियाठेर बैरीखेड़ा निवासी शंभू पुत्र नत्थू की मदद ली। जेवर चंदोसी के ही नीरज रस्तोगी को बेच दिया था।
रामनगर: घरों व गोदाम में चोरी करने वाले चार लोगों को पुलिस ने पकड़ा है। पकड़े गए आरोपितों में पिता व उसके दो पुत्र भी शामिल है। जबकि उनका साला फरार है। उनके पास से 36 हजार नकद, दो एलईडी टीवी, पुराना टीवी, तांबे के बर्तन, तीन गैस सिलेंडर, रिफाइंड तेल के 23 कनस्तर बरामद हुए। चोरी में प्रयुक्त दो पिकअप वाहन भी पुलिस ने पकड़कर सीज कर दिए।
ग्राम बसई निवासी दीपा नेगी, बेनी बिहार पीरूमदारा निवासी होटल मैनेजर राजेंद्र लार्ड, मान सिंह, पूछड़ी गांव निवासी नदीम व प्रदीप के घर से जेवर, नकदी व अन्य सामान तथा राजीव चंद्रा के गोदाम से 23 कनस्तर रिफाडंड चोरी कर लिया था। कोतवाली में सीओ बलजीत सिंह भाकुनी ने जानकारी देते हुए बताया कि एसएसआई जयपाल चौहान, पीरूमदारा चौकी इंचार्ज भगवान सिंह महर व एसआई दिलीप कुमार की टीम ने मंगलवार रात में पीरूमदारा बैलजुड़ी तिराहा पर पिकअप वाहन समेत चोरी के सामान के साथ उप्र. जिला मुरादाबाद थाना कटघर ग्राम बलदेव पुरी निवासी महिपाल सिंह पुत्र पाती राम, उसके पुत्र कौशल सिंह व कोमल को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वह रामनगर में ही ग्राम तेलीपुरा नई बस्ती में पाल्ट्री फार्म में काम करते हैं। महिपाल ने चोरी करने में अपने साले जिला संभल तहसील चंदोसी थाना बनियाठेर बैरीखेड़ा निवासी शंभू पुत्र नत्थू की भी मदद ली थी। घरों से चोरी किया गया जेवर चंदोसी के ही नीरज रस्तोगी पुत्र नरेश बाबू को बेच दिया था। शंभू व नीरज अभी फरार है। इसके अलावा पुलिस ने मंडी समिति शिवलालपुर के गोदाम से चोरी हुए रिफाइंड के 23 कनस्तर भी बरामद किए हैं। पुलिस ने ग्राम शिवलालपुर पांडे निवासी विशाल पुत्र चंद्र भान व उसके साथ एक नाबालिग को भी पकड़ा। पुलिस ने तीन गिरफ्तार व दो फरार आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। गिरफ्तार आरोपितों को पुलिस कोर्ट में पेश करने की कार्रवाई कर रही है।
चोरी से पहले करते थे रेकी
पुलिस के मुताबिक आरोपित महिपाल मजदूरी का कार्य ढूंढने के बहाने साइकिल से पीरूमदारा व नगर के कई इलाकों में घुम कर रेकी करता था। रैकी करने के बाद वह चोरी के लिए घर या दुकान को चिन्हित कर रात में ताला तोड़करर चोरी करते थे।