बस सौ मीटर की दूरी और पूरी हो जाएगी आलवेदर रोड, राज्य स्थापना दिवस पर पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन

टनकपुर से पिथौरागढ़ तक 150 किमी लंबी आलवेदर सड़क का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य स्थापना दिवस पर वर्चुअल उद्घाटन करेंगे। अभी गुरना मंदिर के पास मात्र सौ मीटर सड़क की कटिंग शेष रह गई है। आलवेदर सड़क बनते ही पिथौरागढ़ से मैदान पहुंचने का समय लगभग आधा हो जाएगा।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sun, 04 Oct 2020 07:45 AM (IST) Updated:Sun, 04 Oct 2020 01:48 PM (IST)
बस सौ मीटर की दूरी और पूरी हो जाएगी आलवेदर रोड, राज्य स्थापना दिवस पर पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन
टनकपुर से पिथौरागढ़ तक 150 किमी लंबी आलवेदर सड़क का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य स्थापना दिवस पर वर्चुअल उद्घाटन करेंगे।

पिथौरागढ़, जेएनएन : टनकपुर से पिथौरागढ़ तक 150 किमी लंबी आलवेदर सड़क का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य स्थापना दिवस पर वर्चुअल उद्घाटन करेंगे। अभी गुरना मंदिर के पास मात्र सौ मीटर सड़क की कटिंग शेष रह गई है। आलवेदर सड़क बनते ही पिथौरागढ़ से मैदान पहुंचने का समय लगभग आधा हो जाएगा।

आलवेदर सड़क का सामरिक दृष्टि से भी विशेष महत्व होगा। चीन सीमा पर तैनात जवानों के लिए राशन और रसद सहित अन्य आवश्यक सामान की आसानी से आपूर्ति हो सकेगी। वर्ष 2017 से 1200 करोड़ की लागत से टनकपुर से पिथौरागढ़ तक 150 किमी आलवेदर मार्ग का कार्य प्रारंभ हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विशेष रु चि के चलते ऑलवेदर सड़क का कार्य निर्बाध गति से चला। तेजी से आलवेदर सड़क का कार्य जारी रहा।

एनएच के तत्वावधान में बन रही सड़क का कार्य नब्बे प्रतिशत से अधिक हो चुका है। अभी तक की सूचना के अनुसार एक माह पांच दिन बाद आलवेदर सड़क का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली से ई उद्घाटन करेंगे। शेष कार्य पूरा करने के लिए एनएच युद्ध स्तर से जुटा है। 150 किमी आलवेदर रोड पर घाट से पिथौरागढ़ तक 30 किमी मार्ग पिथौरागढ़ जिले में है। पिथौरागढ़ में 95 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। पांच प्रतिशत कार्य तेजी के साथ चल रहा है।

मात्र सौ मीटर सड़क की कटिंग शेष रह चुकी है। घाट से पिथौरागढ़ के बीच सड़क का कार्य कर रहे ठेकेदार प्रकाश जोशी का कहना है कि यदि पंद्रह दिन के लिए सुबह आठ बजे से दिन में दो बजे तक प्रशासन यातायात रोके तो सड़क पंद्रह दिन पूर्व यानि नवरात्र में तैयार कर दी जाएगी।

पिथौरागढ़़ से साढ़े तीन घंटे में मैदान पहुंचना होगा संभव

अभी तक टनकपुर से पिथौरागढ़ तक बड़े वाहन छह घंटे में और छोटे वाहन पांच घंटे में पहुंचते हैं। आलवेदर सड़क बनते ही बड़े वाहनों के साढ़े तीन घंटे और छोटे वाहन तीन घंटे में पहुंचने लगेंगे। वहीं पिथौरागढ़ से धारचूला, तवाघाट, मांगती, घटियाबगड़ तक बीआरओ द्वारा सड़क चौड़ीकरण का कार्य अंतिम चरण पर है।

चीन सीमा तक पहुंचना होगा आसान

टनकपुर से पिथौरागढ़ तक आलवेदर सड़क, पिथौरागढ़ से धारचूला होते घटियाबगड़ तक हाईवे नजर आएगा। जहां आलवेदर सड़क का जिम्मा एनएच के पास है वहीं पिथौरागढ़ से आगे चीन सीमा लिपुलेख तक सड़क बीआरओ के पास है। पिथौरागढ़ से धारचूला के मध्य दो तीन स्थानों पर कार्य चल रहा है। सड़क चौड़ीकरण होने के बाद धारचूला से पिथौरागढ़ 96 किमी मार्ग छोटे वाहन ढाई से तीन घंटे के बीच तय करने लगे हैं। पूर्व में चार घंटे का समय लगता था। तवाघाट से घटियाबगड़ के मध्य चौड़़ीकरण के साथ डामरीकरण का कार्य चल रहा है। वर्ष 2021 तक घटियाबगड़ तक चकाचक सड़क तैयार होगी। घटियाबगड़ से लिपुलेख तक सड़क चौड़ीकरण का प्रगति पर है। 2022 तक इस सड़क का भी डामरीकरण होना है। दो साल बाद मैदान से लेकर लिपुलेख तक चीन और नेपाल सीमा पर कभी बंद नहीं होने वाली सड़क होगी।

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