फार्मासिस्टों घंटे के लिए कार्य बहिष्‍कार पर, अस्‍पतालों में काम प्रभावित

फार्मासिस्ट संवर्ग का पुनर्गठन किए जाने आदि मांगों को लेकर डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन से जुड़े फार्मासिस्ट अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। बुधवार को फार्मासिस्टों ने बेस अस्पताल परिसर में प्रदर्शन किया। नारेबाजी की और कहा कि सरकार हमारी मांगों की अनदेखी कर रही है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Wed, 13 Oct 2021 01:21 PM (IST) Updated:Wed, 13 Oct 2021 01:21 PM (IST)
फार्मासिस्टों घंटे के लिए कार्य बहिष्‍कार पर, अस्‍पतालों में काम प्रभावित
फार्मासिस्टों के दो घंटे के लिए किया कार्य बहिष्‍कार, अस्‍पतालों में काम प्रभावित

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : फार्मासिस्ट संवर्ग का पुनर्गठन किए जाने आदि मांगों को लेकर डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन से जुड़े फार्मासिस्ट अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। बुधवार को फार्मासिस्टों ने बेस अस्पताल परिसर में प्रदर्शन किया। नारेबाजी की और कहा कि सरकार हमारी मांगों की अनदेखी कर रही है। फार्मासिस्टों के दो घंटे कार्य बहिष्‍कार पर रहने के कारण अस्‍पतालों में काम प्रभावित रहा।

डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश महामंत्री आरएस ऐरी ने कहा कि जनप्रतिनिधियों से लेकर अधिकारियों को कई बार ज्ञापन सौंपा जा चुका है। राज्य बने हुए 21 वर्ष हो चुके हैं। अभी तक फार्मासिस्टों के संवर्ग का पुनर्गठन नहीं हो सका है। इसकी वजह से पदोन्नति का मामला अधर में लटका हुआ है। इसकी वजह से फार्मासिस्ट आहत हैं। मजबूर होकर आंदोलन को बाध्य हुए हैं। इसके चलते सुबह आठ बजे से 10 बजे तक धरना दिया। बेस अस्पताल में एकत्रित होकर मांगें पूरी किए जाने को लेकर नारेबाजी भी की।

प्रांतीय महामंत्री ने कहा कि जल्द ही प्रदेश कार्यसमिति की बैठक बुलाई जाएगी। अगर सरकार हमारी मांगों पर विचार नहीं करती है तो इस बैठक में आंदोलन को लेकर आगे की रणनीति तय की जाएगी। इस दौरान प्रांतीय संगठन मंत्री जेसी पाठक, प्रांतीय कोषाध्यक्ष केआर आर्या, एनके आजाद, पवन पांडे, एमसी वर्मा, पीके पंत, केएस गडिय़ा, आशा शर्मा, बसंती तिरूवा, डीसी पांडे, एमएम जोशी, पूनम आर्या, डीसी वर्मा आदि शामिल रहे।

ये काम हुआ प्रभावित

प्रदेश भर के फार्मासिस्ट दो घंटे के कार्य बहिष्कार पर हैं। इसकी वजह से सुबह दवा काउंटरों से मरीजों को दवाइयां वितरित नहीं हो सकी। साथ ही कुछ जगहों पर इंजेक्शन लगाने में भी दिक्कतें हुई। इसके लिए मरीजों को दो घंटे इंतजार करना पड़ा।

ये हैं मांगें फार्मसिस्ट संवर्ग का पुनर्गठन किए जाने संवर्ग में निदेशक व संयुक्त निदेशक फार्मेसी के पद सृजित करने फार्मसिस्ट संवर्ग को पूर्व की तरह एसीपी का लाभ दिए जाने पोस्टमार्टम भत्ता 300 रुपये किए जाने

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