सुरक्षा गार्ड की नौकरी पाने के लिए पहुंचे पीजी पास युवा

नगर सेवायोजन कार्यालय में बुधवार को रोजगार मेले का आयोजन किया गया।

By Edited By: Publish:Wed, 19 Sep 2018 11:41 PM (IST) Updated:Thu, 20 Sep 2018 08:52 AM (IST)
सुरक्षा गार्ड की नौकरी पाने के लिए पहुंचे पीजी पास युवा
सुरक्षा गार्ड की नौकरी पाने के लिए पहुंचे पीजी पास युवा
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : नगर सेवायोजन कार्यालय में बुधवार को रोजगार मेले का आयोजन किया गया। सुरक्षा गार्ड बनने के लिए योग्यता हाईस्कूल पास रखी गई थी, लेकिन भर्ती को पहुंचे अधिकांश युवा स्नातक या स्नातकोत्तर पास थे। सुबह दस बजे भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई। जिलेभर से पहुंचे 60 युवाओं की लंबाई नापी गई। 167.5 सेमी की लंबाई पूरी करने वाले युवाओं का शारीरिक परीक्षण और साक्षात्कार लिया गया। देहरादून की एसआइएस सिक्योरिटी कंपनी ने 25 युवाओं को चयनित किया है। भर्ती अधिकारी राम नारायण ने कहा चयनित युवाओं को देहरादून में एक माह का प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा उच्च शिक्षित युवाओं को सुपरवाइजर बनाया जाएगा। इस अवसर पर नगर सेवायोजन अधिकारी प्रियंका गड़िया, राजेश दुर्गापाल व बीना कांडपाल आदि मौजूद रहे। बिना शिक्षक कैसे संवरे बच्चों का भविष्य रानीखेत : अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे से सटे जीआइसी लोहाली में महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षक ही नहीं हैं। जिस कारण विद्यार्थियों को पठन पाठन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शिक्षकों की नियुक्ति को अभिभावक लामबंद होने लगे हैं। दो टूक चेतावनी दी शीघ्र शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की गई तो शिक्षकों के लिए सड़क पर उतरने को बाध्य होंगे। हाईवे से सटे जीआइसी लोहाली में विगत कई वषरें से भौतिक विज्ञान, हिंदी, संस्कृत जैसे महत्वपूर्ण विषयों के साथ ही प्रधानाचार्य का पद रिक्त है। शिक्षकों की नियुक्ति न होने से गुस्साए अभिभावकों ने बैठक की। वक्ताओं ने कहा कि विद्यालय में 270 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं, लेकिन महत्वपूर्ण विषयों के अध्यापक न होने से उनका भविष्य अंधकार हो रहा है। ग्रामीणों ने अपर शिक्षा निदेशक को ज्ञापन भेज रिक्त पदों पर तैनाती की मांग की है। शोपीस बने कंप्यूटर विद्यार्थियों को आधुनिक शिक्षा देने को विद्यालय में पाच कंप्यूटर भी लगे हैं। लेकिन शिक्षक व उपयोग न होने के कारण शोपीस बने हुए हैं। इसके अलावा सफाई कर्मी व चौकीदार की तैनाती ना होने से विद्यालय में गंदगी का अंबार लगा है। वषरें पुरानी पेयजल लाइन भी क्षतिग्रस्त हो चुकी है, वहीं रखरखाव के अभाव में कक्षा कक्षों की खिड़किया व दरवाजे टूटने के कगार पर हैं।
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