पूरे वेतन की मांग को लेकर मेडिकल काॅलेज के पीजी डाॅक्टर भूख हड़ताल पर बैठे

सरकार के रवैये से आहत राजकीय मेडिकल कालेज के पीजी डाक्टर अब भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। आक्रोशित डाक्टरों का कहना है कि जब तक सरकार हमारी मांग नहीं मान लेती आंदोलन जारी रहेगा। वहीं कालेज प्रशासन लगातार हड़ताल खत्म करने का दबाव बना रहा है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Wed, 02 Dec 2020 02:45 PM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2020 02:45 PM (IST)
पूरे वेतन की मांग को लेकर मेडिकल काॅलेज के पीजी डाॅक्टर भूख हड़ताल पर बैठे
पूरे वेतन की मांग को लेकर मेडिकल काॅलेज के पीजी डाॅक्टर भूख हड़ताल पर बैठे

हल्द्वानी, जेएनएन : सरकार के रवैये से आहत राजकीय मेडिकल कालेज के पीजी डाक्टर अब भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। आक्रोशित डाक्टरों का कहना है कि जब तक सरकार हमारी मांग नहीं मान लेती, आंदोलन जारी रहेगा। वहीं कालेज प्रशासन लगातार हड़ताल खत्म करने का दबाव बना रहा है।

राजकीय मेडिकल कालेज परिसर में एमडी व एमएस करने वाले प्रांतीय चिकित्सा सेवा के पीजी डाक्टर तीन दिन से धरने पर बैठे हैं। दो दिन धरना देने के बाद तीसरे दिन बुधवार से भूख हड़ताल शुरू कर दी है। डाक्टरों का कहना है कि सरकार बार-बार उन्हें झूठा आश्वासन देती है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं करती है।

हम लोगों को पूरा वेतन मिलना चाहिए। जबकि हम उस वेतन के हकदार हैं। इस बात को हम जनप्रतिनिधियों से लेकर उच्च अधिकारियों को बता चुके हैं। फिर भी हमारी मांग नहीं मानी जा रही है। ऐसे में हम सरकार के रवैये से आहत हैं। इसलिए मजबूर होकर भूख हड़ताल करनी पड़ रही है।

सीएम साहब, पूरा करो अपना वादा

डाक्टरों का कहना है कि सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जनवरी, 2020 में घोषणा भी की थी। इसके बावजूद अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की।

ठंड में रात भर डटे रहे डाॅक्टर

ठंडी रात में भी डाक्टर मेडिकल कालेज के बाहर टेंट में धरने पर डटे रहे। उनका कहना था कि हम लोग शांतिपूर्वक अपनी मांग मनवाने के लिए बैठे हैं।

काॅलेज प्रशासन मुकदमा दर्ज करने की दे रहा धमकी

कालेज प्रशासन लगातार आंदोलन खत्म करने का दबाव बना रहा है। यहां तक धरने पर बैठे डाक्टरों पर मुकदमा दर्ज करने की चेतावनी दी जा रही है।

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