ऊर्जा निगम की हड़ताल के कारण गांव से शहर तक बिजली कटौती ने किया बेहाल

ऊर्जा निगम की हड़ताल ने भीषण गर्मी में लोगों को बेहाल कर दिया। अचानक से धीरे-धीरे अलग-अलग इलाकों की बिजली गुल होने लगी जिससे लोग भी चौंक गए। क्योंकि सामान्य दिनों में लाइट को लेकर कभी ऐसे हालात पैदा नहीं हुए थे।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 07:54 AM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 07:54 AM (IST)
ऊर्जा निगम की हड़ताल के कारण गांव से शहर तक बिजली कटौती ने किया बेहाल
ऊर्जा निगम की हड़ताल के कारण गांव से शहर तक बिजली कटौती ने किया बेहाल

जागरण संवाददाता , हल्द्वानी : ऊर्जा निगम की हड़ताल ने भीषण गर्मी में लोगों को बेहाल कर दिया। अचानक से धीरे-धीरे अलग-अलग इलाकों की बिजली गुल होने लगी, जिससे लोग भी चौंक गए। क्योंकि, सामान्य दिनों में लाइट को लेकर कभी ऐसे हालात पैदा नहीं हुए थे। दोपहर बाद स्थिति यह हो गया था कि गांव से लेकर शहरी क्षेत्र तक हर जगह पर लोगों को बिजली कटौती का सामना करना पड़ा। जल संस्थान के 85 नलकूपों के ठप होने से पता चलता है कि बिजली गुल होने का दायरा काफी बड़ा था। इस एक दिन की हड़ताल ने लोगों को बेबस कर दिया।

ऊर्जा निगम के तीनों निगमों ने लंबित मांगों को लेकर निगम से जुड़े नौ संगठनों को एक मंच पर लाकर संयुक्त मोर्चे का गठन किया था, जिसमें अफसरों, कर्मचारियों से लेकर उपनल व संविदाकर्मी भी शामिल थे। सोमवार को दून में विशाल रैली के बाद शासन स्तर पर हुई वार्ता विफल होने पर रात 12 बजे से हड़ताल का दौर शुरू हो गया। हल्द्वानी में रात से ही बिजली संकट का सिलसिला शुरू हो गया था। मंगलवार को भारी उमस के बीच दिक्कत और बढ़ गई। शिकायत करने बिजली दफ्तरों पर पहुंचे लोग भी मायूस होकर लौट आए। शाम पांच बजे तक हल्द्वानी के कुछ ही इलाके ऐसे थे। जहां लाइट गुल न हुई हो। ऐसे में तकनीकी फॉल्ट को लेकर इंटरनेट मीडिया पर लोगों ने काफी सवाल भी किए। वहीं, शाम को वार्ता सफल होने पर हड़ताल समाप्ति की घोषणा होने पर बिजली बहाल हो गई।

एक लाख 35 हजार कनेक्शन

शहरी व ग्रामीण डिवीजन मिलाकर करीब एक लाख 35 हजार उपभोक्ता है। रामपुर रोड, बरेली रोड, बाजार क्षेत्र, कालाढूंगी फीडर, कुसुमखेड़ा, नैनीताल रोड, लामाचौड़, मुखानी, ऊंचापुल, तिकोनिया समेत हर क्षेत्र के उपभोक्ता संकट में नजर आए। गनीमत रही कि शाम को वार्ता के बाद समस्या का समाधान हो गया। वहीं, ईई शहरी परिसर में एक उपभोक्ता का कर्मचारियों से विवाद भी हुआ।

सॉरी, हड़ताल में मरम्मत नहीं होगी

टीपीनगर स्थित बिजलीघर में मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि सुबह साढ़े 11 बजे तक 150 से अधिक लोग फोन कर बिजली जाने की शिकायत कर चुके थे। लेकिन मोर्चे द्वारा हड़ताल का एलान करने की वजह से शिकायत की सुनवाई नहीं की जा सकी। फोन पर सिर्फ यही जवाब दिया जा रहा था कि सॉरी, हड़ताल होने की वजह से मरम्मत नहीं हो पाएगी। हर बिजलीघर का यही हाल था।

भाजपा ने बना डाला हड़ताली प्रदेश

पीसीसी मेंबर ललित जोशी ने कहा कि ऊर्जा प्रदेश के नाम से जाने वाले उत्तराखंड को भाजपा की गलत नीतियों ने हड़ताली प्रदेश बना दिया। हर महकमे में हड़ताल का दौर चलता रहता है। मांगों को लेकर आंदोलित कर्मचारी-अफसरों के साथ जनता भी परेशान हो चुकी। जोशी ने कहा कि मजबूरी में ऊर्जा निगम द्वारा हड़ताल करने से पूरे प्रदेश में अंधेरा छा गया था। भाजपा की सरकार को कर्मचारी व जनता की समस्याओं के समाधान के लिए तत्काल जायज मांगों को पूरा करना चाहिए।

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