तड़ीगांव-रावलगांव मोटर मार्ग पर जान जोखिम में डालकर सफर कर रहे लोग

वर्ष 2014-15 में मोटर मार्ग बनने के बाद से ही डामरीकरण नहीं किया गया। जिससे मोटर मार्ग की दशा दयनीय हो गई है। जगह-जगह गड्ढ़े पड़ गए हैं। कई दोपहिया वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त होकर गंभीर रूप से घायल भी हो चुके हैं।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 10:38 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 10:38 PM (IST)
तड़ीगांव-रावलगांव मोटर मार्ग पर जान जोखिम में डालकर सफर कर रहे लोग
बदहाल हो चुकी रोड पर प्रतिदिन सैकड़ों ग्रामीण जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं।

जागरण संवाददाता, लोहाघाट (चम्पावत) : बाराकोट विकास खंड के तड़ीगांव-रावलगांव मोटर मार्ग पर डामरीकरण की मांग को लेकर मंगलवार को  कुछ ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर आक्रोश जताया। ग्रामीणों ने शीघ्र डामरीकरण का कार्य  शुरू न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। कहा कि बदहाल हो चुकी रोड पर प्रतिदिन सैकड़ों ग्रामीण जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि वर्ष 2014-15 में मोटर मार्ग बनने के बाद से ही डामरीकरण नहीं किया गया।  जिससे मोटर मार्ग की दशा दयनीय हो गई है। जगह-जगह गड्ढ़े पड़ गए हैं। कई दोपहिया वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त होकर गंभीर रूप से घायल भी हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि बारिश के दौरान मिट्टी बह जाने से नुकीले पत्थर बाहर निकल आए हैं। जिस कारण वाहन चालकों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम ठीक होने के बाद सड़क में धूल के गुबार उड़ रहे हंै।

ग्रामीण विभाग से कई बार सड़क पर डामरीकरण किए जाने की मांग कर चुके हैं, लेकिन विभाग हमेशा झूठे आश्वासन देकर टरका रहा है। इस मोटर मार्ग से ग्राम सभा रावलगांव, इजड़ा, लोहाश्री, देगांव, धूरा, सूराकोट, सूरी बेबड़ी आदि गांव के लोग प्रतिदिन जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं। नारायण सिंह, दिनेश सिंह बोहरा, रमन सिंह, प्रकाश सिंह, देवेंद्र सिंह, कुंदन सिंह, गोपाल सिंह, जगदीश चंद्र, प्रकाश चंद्र, नवीन चंद्र, सुमित सिंह, नवीन चंद्र, पुष्कर सिंह आदि ने शीघ्र डामरीकरण न होने पर विभाग के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी है। लोनिवि के ईई बीसी भंडारी ने बताया कि तड़ीगांव-रावलगांव मोटर मार्ग में डामरीकरण का प्रस्ताव भेजा गया है। स्वीकृति मिलते ही सड़क को दुरूस्त करने का काम शुरू कर दिया जाएगा।

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