जल संस्थान और ऊर्जा निगम के बीच फंसी गौलापार की जनता Haldwani News
गौलापार के खेड़ा गांव के लोग पेयजल के लिए लंबे समय से परेशान हैं। गांव को जलापूर्ति करने वाले ट्रांसफार्मर में चंद दिन बाद ही फिर खराबी आ गई है।संकट के लिए ग्रामीणों ने जल संस्थान और ऊर्जा निगम के बीच सामंजस्य की कमी को जिम्मेदार ठहराया है।
हल्द्वानी, जेएनएन : गौलापार के खेड़ा गांव के लोग पेयजल के लिए लंबे समय से परेशान हैं। गांव को जलापूर्ति करने वाले ट्रांसफार्मर में चंद दिन बाद ही फिर खराबी आ गर्द है। इससे जलापूर्ति ठप है। संकट के लिए ग्रामीणों ने जल संस्थान और ऊर्जा निगम के बीच सामंजस्य की कमी को जिम्मेदार ठहराया है।
आक्रोशित लोगों ने जनप्रतिनिधियों संग बुधवार को एसडीएम को ज्ञापन देकर जलापूर्ति सुचारू करने की मांग की। जलसंस्थान के नलकूप से ग्राम पंचायत खेड़ा और ग्राम पंचायत नवाड़ खेड़ा को पानी की आपूर्ति होती है। पूर्व क्षेपं सदस्य अर्जुन बिष्ट ने बताया कि इस नलकूप की मोटर से कम क्षमता का ट्रांसफार्मर लगा है। जिस कारण आए दिन ट्रांसफार्मर में खराबी आ जाती है।
15 दिन पहले ग्रामीणों के आक्रोश के बाद जलसंस्थान ने ट्रांसफार्मर की मरम्मत कराई। एक-दो दिन चलने के बाद ही ट्रांसफार्मर में फिर खराबी आ गई। ऊर्जा निगम के अफसर जलसंस्थान के शुल्क जमा करने पर ही ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाने की जानकारी दे रहे हैं। जबकि जलसंस्थान क्षमता बढ़ाने के प्रयास नहीं कर रहा है। जिस कारण ट्रांसफार्मर में कई बार खराबी आ चुकी है। इसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। वहीं, गांव में पेयजल लाइनों को सिंचाई विभाग के नलकूप से भी जोड़ा गया है। इसका ऑपरेटर भी वेतन न मिलने का हवाला देकर नलकूप नहीं चलाता है।
जनप्रतिनिधियों ने एसडीएम को ज्ञापन देकर ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़वाने, सिंचाई नलकूप के ऑपरेटर को वेतन का भुगतान करवाकर जलापूर्ति सुचारू करने की मांग की। इस दौरान ग्राम प्रधान लीला बिष्ट, हीरा सिंह बिष्ट, क्षेपं सदस्य विद्या, मनोज सिंह रावत, हरीश चंद्र पलड़िया, हरीश ब्रजवासी, हरमाल सिंह राणा, भुवन लोशाली, कमल सिंह रजवार मौजूद रहे।