सशक्त भू-कानून की मांग को लेकर हल्द्वानी पहुंचे कुमाऊं भर से लोग
कुमाऊं के अलग-अलग हिस्सों से पहुंचे लोगों ने सशक्त भू-कानून की मांग को लेकर रविवार को बुद्ध पार्क में धरना दिया। पहाड़ संघर्ष समिति के तेजेश्वर घुघत्याल ने कहा कि प्रदेश सरकार पहाड़ की आवाज सुनते हुए सख्त भू-कानून लागू करे।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : कुमाऊं के अलग-अलग हिस्सों से पहुंचे लोगों ने सशक्त भू-कानून की मांग को लेकर रविवार को बुद्ध पार्क में धरना दिया। पहाड़ संघर्ष समिति के तेजेश्वर घुघत्याल ने कहा कि प्रदेश सरकार पहाड़ की आवाज सुनते हुए सख्त भू-कानून लागू करे। उपयोगी भू-कानून के अभाव में उत्तराखंड की सारी जमीन बिक जाएंगी।
कार्तिक उपाध्याय ने कहा कि उत्तराखंड को छोड़कर शेष भारत में मूल निवास 1950 लागू है। इसे उत्तराखंड के साथ सौतेला व्यवहार बताया। वंदे मातरम समूह के शैलेंद्र दानू ने कहा कि उत्तराखंड की संस्कृति बचाने, पहाड़ के युवाओं को रोजगार देने व राज्य की संपदाओं पर पहला हक उत्तराखंड के लोगों का अधिकार हो, इसके लिए आर्टिकल 371 जरूरी है।
पहाड़ में आपराधिक घटनाएं व मानव तस्करी प्रभावी तरीके से रोकने के लिए इनर लाइन परमिट व्यवस्था लागू करने की जरूरत है। वक्ताओं ने सभा को संबोधित करते हुए एक सुर में कहा कि आने वाली कैबिनेट बैठक में सरकार अहम विषयों पर फैसला नहीं लेती तो राज्य का युवा आगामी विधानसभा चुनाव में सत्ता पक्ष के विरोध में मतदान करेगा।
कंपनी प्लांट बंद होने प्रदेश सरकार की विफलता
सिडकुल स्थित एचपी फैक्ट्री से हटाए गए कर्मचारियों का बुद्धपार्क में 95वें दिन भी धरना जारी रहा। रोजगार जागरण संध्या करते श्रमिकों के आंदोलन को समर्थन देने पहुंचे इंटक के प्रदेश अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट ने कहा कि प्रमुख कंप्यूटर निर्माता कंपनी का उत्तराखंड में प्लांट बंद हो जाना सरकार की विफलता का परिचायक है। प्रदेश सरकार को इस ओर गंभीरता से विचार करने के साथ रोजगार बढ़ाने पर विचार करना चाहिए। इस दौरान इंटक के प्रदेश उपाध्यक्ष एनके कपिल, जिलाध्यक्ष प्रकाश मिश्रा जर्नादन सिंह, एचपी मजदूर संघ के अध्यक्ष विनीत कपिल, निर्मल पंत, ईश्वर जीना, पूजा आर्या, प्रीति पंत, धीरेंद्र मेहरा, विनोद सुयाल, दीप चंद्र पाठक आदि शामिल रहे।