कोविड जांच के डर से सरकारी अस्पताल में उपचार कराने से कतरा रहे लोग, प्राइवेट क्लीनिक में लगी भीड़
बुखार और अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों को सरकारी अस्पताल जाकर कोविड जांच में पॉजिटिव निकलने का डर सता रहा है। लोग उपचार के लिए अस्पताल जाने से परहेज कर रहे हैं। लोग उपचार के लिए प्राइवेट क्लीनिक की ओर रुख करने लगे है।
जागरण संवाददाता, नैनीताल। शहर में कोरोना संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ऐसे में बुखार और अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों को सरकारी अस्पताल जाकर कोविड जांच में पॉजिटिव निकलने का डर सता रहा है। लोग उपचार के लिए अस्पताल जाने से परहेज कर रहे हैं। लोग उपचार के लिए प्राइवेट क्लीनिक की ओर रुख करने लगे है। सोमवार को मल्लीताल बड़ा बाजार स्थित एक निजी क्लीनिक में मरीजों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। क्लीनिक के बाहर सड़क तक मरीज लाइन में खड़े नजर आए। इस दौरान लोग शारीरिक दूरी का पालन करते हुए भी नहीं दिखे।
बता दें कि शहर में कोरोना संक्रमण तेजी से पैर पसार रहा है। ऐसे में यदि कोई बुखार अथवा कोविड लक्षणों संबंधित बीमारी से ग्रसित मरीज उपचार के लिए अस्पताल पहुंच रहा है तो उसकी पहले कोविड जांच कराई जा रही है। रैपिड एंटीजन जांच में के बाद ही मरीजों को उपचार मिल पा रहा है। जिसमें रोजाना 20 से 25 मरीज पॉजिटिव पाए जा रहे है।
ऐसे में लोग अस्पताल में उपचार और कोविड जांच से भी कतराने लगे हैं। जिस कारण बुखार और सर्दी जुखाम जैसे लक्षणों के मरीज निजी क्लीनिक की ओर रुख कर रहे हैं। सोमवार को मल्लीताल बड़ा बाजार स्थित एक निजी क्लीनिक में मरीजों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान मरीजो को क्लीनिक के बाहर सड़क तक लंबी कतार में खड़ा होना पड़ा। लोगों का कहना है कि अस्पताल में कोरोना मरीजों की आवाजाही होने के कारण भी संक्रमित होने का डर सता रहा है। जिससे प्राइवेट में उपचार करा रहे है।
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