सरयू, कोसी, शिप्रा नदी और सातताल व नौकुचियाताल की रेगुलर मॉनीटरिंग करेगा पीसीबी

पीसीबी अब कुमाऊं की तीन और नदियों व दो झीलों की रेगुलर मॉनीटरिंग करेगा। इसमें बागेश्वर की सरयू नदी कोसी अल्मोड़ा शिप्रा भवाली के अलावा सातताल व नौकुचियाताल भी शामि‍ल है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 05:36 PM (IST) Updated:Wed, 12 Aug 2020 05:36 PM (IST)
सरयू, कोसी, शिप्रा नदी और सातताल व नौकुचियाताल की रेगुलर मॉनीटरिंग करेगा पीसीबी
सरयू, कोसी, शिप्रा नदी और सातताल व नौकुचियाताल की रेगुलर मॉनीटरिंग करेगा पीसीबी

हल्द्वानी, जेएनएन : प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अब कुमाऊं की तीन और नदियों व दो झीलों की रेगुलर मॉनीटरिंग करेगा। इसमें बागेश्वर की सरयू नदी, कोसी अल्मोड़ा, शिप्रा भवाली के अलावा सातताल व नौकुचियाताल भी शामिल है। रेगुलर मॉनीटरिंग होने से पता चलेगा कि पानी की गुणवत्ता का स्तर कितना है।

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड वायु के अलावा पानी का प्रदूषण भी चेक करता है। अभी तक नैनी झील, भीमताल व गौला नदी की रेगुलर मॉनीटरिंग करता था। इन तीनों जगहों के पानी को बी कैटेगिरी में रखा गया है। यानी पानी पीने योग्य तो हैं लेकिन प्लांट से फिल्टर होने के बाद। गौला के पानी से ही हल्द्वानी के लोगों की प्यास बुझती है। जल संस्थान अपने फिल्टर प्लांट में ट्रीटमेंट करने के बाद लाइनों में सप्लाई करता है। व

हीं, कुमाऊं के अन्य जलस्त्रोतों की गुणवत्ता जांचने को पूर्व में स्थानीय अधिकारियों ने प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय भेजा था। जिसके बाद सरसू, कोसी, शिप्रा, सातताल व नौकुचियाताल के रेगुलर सर्वे को हरी झंडी मिल गई। पीसीबी के मुताबिक केंद्र की गाइडलाइन के मुताबिक अब हर महीने पानी की सैंपलिग होगी। उसके बाद अलग-अलग मानकों के हिसाब से इसका परीक्षण किया जाएगा। उम्मीद जताई जा रही है कि इन पांच जगहों पर भी पानी की गुणवत्ता बी कैटेगिरी से कम नहीं होगी।

आरके चतुर्वेदी, क्षेत्रीय प्रबंधक पीसीबी ने बताया कि तीन नदियों और दी झीलों को भी रेगुलर मॉनीटरिंग की श्रेणी में शामिल किया गया है। अब हर महीने टीम हल्द्वानी से सैंपल लेने जाएगी। ताकि पानी का पूरा आंकलन किया जा सके।

chat bot
आपका साथी